पंजाब की हर बुलंद आवाज को रिकार्ड करने वाले सुरिदर बचन के निधन से पैतृक गांव घरोटा में शोक की लहर
सुरिदर बचन ने 14 वर्ष की आयु में अपने करियर की शुरुआत की थी। सुरेंद्र शिदे से लेकर बब्बू मान तक सैकड़ों गायकों को रिकार्ड करने का उनको मान हासिल है। उन्होंने 16 हजार के करीब गाने तथा दो हजार के करीब एल्बम तैयार करके म्यूजिक की दुनिया में एक मुकाम हासिल किया है।
संवाद सहयोगी, घरोटा: प्रसिद्ध म्यूजिक डायरेक्टर सुरिदर बचन की निधन होने से उनके पैतृक गांव घरोटा में शोक की लहर है। पंजाब की हर बुलंद आवाज को रिकार्ड करने वाले सुरिदर बचन ने संगीत की दुनिया मे अपनी अलग पहचान स्थापित की। गांव में काका के नाम से चर्चित सुरिदर बचन ने 14 वर्ष की आयु में अपने करियर की शुरुआत की थी। सुरेंद्र शिदे से लेकर बब्बू मान तक सैकड़ों गायकों को रिकार्ड करने का उनको मान हासिल है। उन्होंने 16 हजार के करीब गाने तथा दो हजार के करीब एल्बम तैयार करके म्यूजिक की दुनिया में एक मुकाम हासिल किया है। बता दें कि स्वर्गीय सुरिदर बचन की 30 नवंबर को चंडीगढ़ में हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी।
उनके निधन पर जिला सचिव रजनीश कुमार, दविदर सिंह सलारिया, दिनेश शास्त्री, सरपंच नरेश कुमार, सरपंच रविदर सोनू, सरपंच अनु बाला, समिति मेंबर शालू, संतोख राज, बाबू साई दास, राजेश कुमार, वरयाम तलोत्रा, जतिदर कुमार, डाक्टर अशोक , यूथ नेता रवि कुमार, मोहिदर पाल, ब्लाक प्रधान अवतार सिंह, मेंबर राणा रजिदर सिंह, पूर्व जिला परिषद वचन लाल, पूर्व जिला परिषद निर्मल सिंह, सेवा मुक्त तहसीलदार मोहिदर पाल, अमित सूरी, संजीव महाजन, एसडीओ जनक राज, प्रिसिपल बलबीर, विजय कुमार, देवानंद फैन क्लब, ब्लाक विकास संघर्ष समिति, कंडी बेट विकास मंच, बावा नागा मंदिर समिति ने भी गांव के सपूत पर गहरा शोक प्रगट किया।