Move to Jagran APP

नहरों में पानी न होने से जलस्तर गिरा, हैंडपंप व कुएं सूखे

रावी दरिया व इसके आसपास के गांवों में इन दिनों जल संकट की समस्या पैदा हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 10:11 PM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 10:11 PM (IST)
नहरों में पानी न होने से जलस्तर गिरा, हैंडपंप व कुएं सूखे
नहरों में पानी न होने से जलस्तर गिरा, हैंडपंप व कुएं सूखे

आर मेहरा/रणधीर सिंह बिट्टा : रावी दरिया व इसके आसपास के गांवों में इन दिनों जल संकट की समस्या पैदा हो गई है। इसका कारण यह है कि इन क्षेत्रों से गुजरने वाली नहरों में सिल्ट की सफाई व गेटों की मरम्मत के चलते पानी पूरी तरह से बंद है, जिससे जलस्तर कम हो गया है। ट्यूबवेल सूख चुके हैं, कुओं में पानी कम होने से परेशानी बढ़ने लगी है। लोगों का कहना है कि नहरों में पानी होने पर जलस्तर ठीक रहता है। लेकिन, नहर बंद होने से समस्या बढ़ जाती है।

loksabha election banner

---------------

रावी दरिया से सटे इन गांवों में लोगों को पीने वाले पानी की ज्यादा समस्या नहीं आती थी, लेकिन दरिया में लगातार हो रहे अवैध खनन के बाद गांवों में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। अवैध खनन से छन्नी, अतेपुर, मैरा, बसरूप व सीमावर्ती क्षेत्र के कई गांवों में जलस्तर 50 फुट नीचे चला गया है। दरिया के किनारे बसे होटल व ढाबा मालिकों के लिए पेयजल की समस्या पैदा हो गई है। गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है। ऐसे में अगर प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम न उठाए गए तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।

------------

इन गांवों में सबसे ज्यादा असर

बेहडिया

कीडिया

गुगरां

चक्की हरियाल

हाडा

नारायणपुर

.................

लोगों से बातचीत

( पीटीके- 10)

नहर में पानी नहीं है और उनके कुएं व हैंडपंप पूरी तरह से सूख चुके हैं। इससे पर्यटकों को परेशान होना पड़ रहा है।

राजिद्र कुमार, रेस्तरां मालिक

----------------

(पीटीके- 11)

पानी सूखने से उन्हें बाहर से टैंकर मंगवाकर पूरा करना पड़ रहा है, जिससे उनका आर्थिक नुकसान हो रहा है।

अशोक चौधरी, होटल मालिक

----------------

पानी न मिलने के कारण उनका कारोबार बुरी तरह से प्रभावित होकर रह गया है। पैसे खर्च कर टैंकर मंगवाकर काम चला रहे है।

चंदन महाजन, होटल मालिक

(पीटीके- 12)

-------------

गेटों की मरम्मत के कारण पूरे एरिया में पानी की समस्या पैदा हो गई है। इसलिए, सरकार उक्त एरिया पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर समस्या का शीघ्र अति शीघ्र समाधान करे। (पीटीके- 9)

बलदेव सिंह, कारोबारी

--------------

यह सब अवैध खनन के कारण हुआ है। सरकार इस और ध्यान नहीं दे रही ओर माइनिग ठेकेदार अंधाधुंध माइनिग कर रहे हैं जिससे पानी का लेबल कम हुआ है।(पीटीके-2)

प्रेम सागर, रिटायर्ड टीचर

-------------

क्षेत्र में लगातार गिर रहा भूमिगत जलस्तर गंभीर चिता का विषय है। जिला प्रशासन इस और ध्यान दें ताकि लोगों के लिए जल संकट की स्थिति न बन जाए। (पीटीके-3)

दर्शना देवी, सरपंच

----------

खनन के कारण पहले ही स्थिति खराब थी, लेकिन अब नहरों का पानी बंद होने के कारण स्थिति ज्यादा खराब हो रही है। समय रहते इस और सरकार व जिला प्रशासन ध्यान दे।

अत्तेपुर गुरनाम सिंह, पूर्व सरपंच

( पीटीके-4)

...........

15 साल पहले 20 फुट पर आता था पानी दरिया से सटे गांव शहर, कुलियां, बसरूप, मैरा, गुगरां, कीडिया, के गांवों के जसवंत सिंह, राम कुमार, कृष्ण कुमार, अशोक कुमार बताते हैं कि 15 वर्ष पहले पानी का लेवल 15 से 20 फुट था। अब यह 40 से 50 फुट तक पहुंच चुका है। इससे लोगों ने अपने बोर गहरे किए हैं। लेकिन, समस्या का हल नहीं हो रहा।

..........

नहर शुरू न होने तक सरकारी वाटर सप्लाई पर निर्भर होंगे गांव

रावी दरिया के मुख्य गेटों की मरम्मत के चलते जिला प्रशासन द्वारा 31 मार्च तक नहरों व दरिया के पानी को बंद कर दिया गया है। जब तक दरिया व नहरों में पानी नहीं आता तब तक साथ सटे करीब बीस से पच्चीस गांवों के लोग सरकारी वाटर सप्लाई पर ही निर्भर रहेंगे।

...........

विशेषज्ञ की राय

पानी न बचाया तो आने वाला कल होगा मुश्किल

फोटो- (13)

इंजीनियर आरएन महाजन (रिटायर्ड एसडीओ वाटर सप्लाई एवं सैनिटेशन) आरएन महाजन का कहना है कि पठानकोट ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश व देश में जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है। इसके पीछे कई अहम कारण है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है।

-सरकार को यहां ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर बारिशों के पानी की बचत करनी होगी

=वेस्ट हो रहे पानी को किसी अन्य कार्यों में लाने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगाने पर ज्यादा ध्यान देना होगा।

- लोगों को खुद जागरूक होना होगा

-वाटर सप्लाई, नगर कौंसिल व नगर निगम के पानी बचाओ अभियान में योगदान देना चाहिए।

-जितनी जरूरत हो उतना ही पानी का प्रयोग करें नलों पर टूटियां लगा कर रखें।

............. क्या कहते हैं एसडीओ (पीटीके-5)

एसडीओ प्रदीप कुमार ने कहा कि माधोपुर हैड वर्कस में गेटों की रिपेयर के चलते 31 मार्च तक रावी दरिया का पानी बंद रहेगा। वहीं रणजीत सागर बांध की टनल की रिपेयर, मुक्तेश्वर धाम में पानी की डायवरसन संबंधी टीम व हाईडैल चैनल नहर की मरम्मत के चलते पानी बंद किया गया है।

-----------------

सभी लोग दें ध्यान

वाटर सप्लाई एंड सैनिटेशन विभाग के एसडीओ रोहित राणा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सुजानपुर ब्लाक में नहर में पानी न होने के चलते जलस्तर कम हुआ है। सभी लोग पानी की बचत के लिए कार्य करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.