खनन सामग्री ढोने वाले वाहन बने परेशानी, लगातार हो रहे हादसे
रेत-बजरी आदि से लदे इन वाहनों को तिरपाल से भी नहीं ढका जा रहा जिस कारण दो पहिया वाहन चालकों को खासी परेशानियां पेश आती हैं।
संवाद सहयोगी, बमियाल: क्षेत्र की सड़कों पर सरपट दौड़ रहे खनन सामग्री के वाहन हादसों की वजह बन रहे हैं। इनकी रफ्तार पर न ही पुलिस और न ही प्रशासन की ओर से लगाम लगाई जा रही है। रेत-बजरी आदि से लदे इन वाहनों को तिरपाल से भी नहीं ढका जा रहा, जिस कारण दो पहिया वाहन चालकों को खासी परेशानियां पेश आती हैं। वाहनों को तिरपाल से ढके न होने के कारण रेत-बजरी उड़कर दो पहिया वाहन चालकों की आंखों में जा पड़ती है। इससे दुर्घटना होने का अंदेशा रहता है। इसके साथ ही सड़क किनारे स्थित मकानों में रहने वाले लोगों व बाजारों में दुकानदारों का जीना भी दुभर हुआ पड़ा है। लोगों का कहना है कि खनन कारोबारियों के खिलाफ शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती। लोगों का आरोप है कि खनन का काम पुलिस और नेताओं की मिलीभगत से ही होता है। बतो दें कि बीते एक सप्ताह में दो टिप्परों से दो मोटरसाइकिलों की टक्कर में तीन बाइक सवारों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद पुलिस द्वारा इन वाहनों पर न ही कोई सख्ती और न ही कोई कार्रवाई की जा रही है। कुछ लोगों का आरोप है कि पुलिस द्वारा खनन सामग्री वाले वाहनों को नाकों पर रोककर न ही उनके दस्तावेज चेक किए जाते हैं और न ही चालकों के लाइसें।
वहीं खनन सामग्री वाले वाहनों पर कार्रवाई करने संबंधी पूछने पर डीएसपी जगदीश राज का कहना था कि जब भी कोई दुर्घटना होती है तो पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है। वहीं, दस्तावेजों की चेकिग आदि के संबंध में उनका कहना था कि आवश्यक होने पर पुलिस द्वारा सब चेक किया जाता है। अगर कहीं लोगों को शिकायत है तो उस बारे भी जांच की जाएगी।