मिट जाते हैं वो देश जो नहीं रखते शहीदों की शौर्यगाथा को याद : एसएसपी लांबा
एसएसपी सुरिद्र लांबा ने कहा कि शहीद राष्ट्र का सिरमौर होते हैं। जो अपना बलिदान देकर देश की भावी पीढ़ी में राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा पैदा करके यह संदेश दे जाते हैं कि एक सैनिक के लिए राष्ट्र सर्वोपरि होता है।
संवाद सहयोगी, घरोटा: जम्मू कश्मीर के नौगांव सेक्टर में आतंकियों से लड़ते हुए शहादत का जाम पीने वाले सेना की 20 डोगरा यूनिट के हवलदार मदन लाल शर्मा का पांचवां श्रद्धांजलि समारोह प्रिसिपल पंकज महाजन की अध्यक्षता में सरकारी स्कूल घरोटा में आयोजित किया गया। एसएसपी पठानकोट सुरिन्द्र लांबा मुख्य मेहमान शामिल हुए। वहीं शहीद की पत्नी भावना शर्मा, बेटी श्वेता शर्मा, बेटा कनव शर्मा, बहन रमा शर्मा, भाई वेद प्रकाश शर्मा, डिप्टी डीईओ राजेश्वर सलारिया, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की, बीएसएफ हैडक्वार्टर गुरदासपुर के डिप्टी कमांडेंट रजनीश कश्यप, कैप्टन रघुनाथ सिंह वीरचक्र, शहीद ले. नवदीप सिंह अशोक चक्र के पिता कैप्टन जोगिद्र सिंह, मुम्बई से किरण कुमार भी पहुंचे और शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
सर्वप्रथम मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने शहीद के चित्र समक्ष ज्योति प्रज्वलित करके व पुष्पांजलि अर्पित करके समारोह की शुरुआत की। एसएसपी सुरिद्र लांबा ने कहा कि शहीद राष्ट्र का सिरमौर होते हैं। जो अपना बलिदान देकर देश की भावी पीढ़ी में राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा पैदा करके यह संदेश दे जाते हैं कि एक सैनिक के लिए राष्ट्र सर्वोपरि होता है। जो देश व समाज अपने शहीदों की शौर्यगाथा को स्मरण नहीं रखते, उनका अस्तित्व मिट जाता है। वहीं जो अपनों को खोने के बावजूद भी समाज में सिर उठा कर जी रहे हैं। वह आज खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद ने शहीदों के सम्मान में इस तरह के कार्यक्रम शुरू करने का जो सिलसिला शुरू किया है, उससे शहीद परिवारों का मनोबल ऊंचा हुआ है।
डिप्टी डीईओ राजेश्वर सलारिया ने कहा कि इस स्कूल का नाम पहले ही एक स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर हो चुका है, मगर वो कोशिश करेंगे कि इस गांव के प्राइमरी स्कूल का नाम शहीद मदन लाल के नाम पर रखा जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का हिस्सा बन वो यह महसूस कर रहे हैं कि उन्हें जहां आकर तीर्थ यात्रा का फल मिल गया है।
कुंवर रविन्द्र विक्की ने कहा कि हमारे देश का वीर सैनिक कठिन परिस्थतियों में अपनी ड्यूटी निभाता है, मगर किसी से शिकायत नहीं करता। सरहद पर सैनिक जागता है तभी देश चैन से सोता है। इसलिए हर देशवासी का यह फर्ज बनता है कि शहीदों को सम्मान करते हुए अपने देश के सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिला कर उनकी ताकत बने।
इस अवसर पर स्कूली छात्रों ने देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत करके शहीद को नमन किया। मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 12 अन्य शहीद परिवारों को स्मृति चिन्ह व शाल भेंटकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मंजीत कौर, चौंकी इंचार्ज अरूण कुमार, सरपंच नरेश कुमार, कैप्टन रछपाल सिंह, राजू शाह, हंस राज, सतपाल अत्री, ले. गुरदयाल सिंह, ले. राममूर्ति, कैप्टन विजय सिंह, मास्टर सोम नाथ, धीरज मनहास,अनिल कुमार,अविनाश कुमार, राकेश कुमार, कांता रानी, नायब सूबेदार धर्म सिंह, नायक यशपाल, किशोरी लाल, अशोक शर्मा आदि उपस्थित थे।