सुध ही नहीं: एक साल से बदहाल खानपुर चौक से सुजानपुर जाने वाला मार्ग
प्रोफेसर अमरजीत सिंह ने बताया कि सड़क को टूटे लगभग एक साल हो चुका है। सड़क पर पड़े गढ्डे वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। उक्त सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधीन बनी थी जिसे रिपेयर करवाने के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार संबंधित विभाग के उच्च अफसरों से गुहार भी लगाई परंतु कोई हल नहीं निकला।
संवाद सूत्र, मामून: खानपुर चौक से सुजानपुर को जाने वाली सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। यह सड़क खानपुर चौक से गंदला लाहड़ी मोड़ तक लगभग दो किलोमीटर की है। वहीं यह मार्ग सुजानपुर से पठानकोट को आने के लिए व शाहपुर चौक से सिविल अस्पताल के लिए शार्टकट है। इस सड़क पर ज्यादातर नौकरी जाने वाले लोग ही आते जाते हैं। सड़क की बरम नहीं बनी है। जब किसी दूसरी गाड़ी को क्रास देना होता है, तो बहुत मुश्किल होती है।
प्रोफेसर अमरजीत सिंह ने बताया कि सड़क को टूटे लगभग एक साल हो चुका है। सड़क पर पड़े गढ्डे वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। उक्त सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधीन बनी थी, जिसे रिपेयर करवाने के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार संबंधित विभाग के उच्च अफसरों से गुहार भी लगाई, परंतु कोई हल नहीं निकला। अब चुनाव आ चुके हैं और यह सड़क लगभग एक साल और नहीं बन पाएगी।
कई बार की शिकायत, झूठे निकले वादे: प्रधान रविंद्र सिंह
बार एसोसिएशन के प्रधान रविद्र सिंह ने कहा कि वह प्रतिदिन इस सड़क से कचहरी को जाते हैं। यह सड़क लंबे समय से टूट चुकी है। कई बार संबंधित विभाग के अफसरों से कहा गया है लेकिन सभी ने वादे झूठे निकले हैं। अब चुनाव का समय आ चुका है और लगता है एक साल और हमें इस सड़क बनने का इंतजार करना होगा।
न पुल बना और न सड़क: पूर्व सरपंच
पूर्व सरपंच रजिदर सिंह ने कहा कि हमने कई बार हलका विधायक से भी कहा है व जिला प्रशासन से भी गुहार लगाई। मगर न तो पुल बना और न ही इस सड़क की किसी ने बनाना उचित समझा। इस सड़क का प्रयोग गांव गंदला लाहड़ी छोटेपूर, रतन कलोनी, मुद्दे, पडियालाहडी , संत स्टेट आदि के गांवों के लोग करते हैं।