मां के कत्ल का मामला: हत्यारोपित नशेड़ी बेटे को गोद लिया था, सोचा था बुढ़ापे का सहारा बनेगा
बीते शुक्रवार को शहर के मोहल्ला सराईं में पच्चीस वर्षीय युवक साहिब के खिलाफ अपनी मां कैलाश रानी की हत्या का मामला दर्ज किया गया है। कत्ल करने के बाद साहिब ने घर की छत से छलांग लगा दी थी जिसके बाद वह आर्मी एरिया की चारदीवारी पर कंटीली तार के एंगल पर जा गिरा और बुरी तरह से घायल हो गया था।
जागरण संवाददाता, पठानकोट: पांच बेटियां होने के कारण कैलाश रानी ने साहिब को इसलिए गोद लिया था कि बुढ़ापे में वह उसका सहारा बनेगा। लेकिन, उसे क्या पता था कि वही उसका कत्ल कर देगा। बता दें कि बीते शुक्रवार को शहर के मोहल्ला सराईं में पच्चीस वर्षीय युवक साहिब के खिलाफ अपनी मां कैलाश रानी की हत्या का मामला दर्ज किया गया है। कत्ल करने के बाद साहिब ने घर की छत से छलांग लगा दी थी जिसके बाद वह आर्मी एरिया की चारदीवारी पर कंटीली तार के एंगल पर जा गिरा और बुरी तरह से घायल हो गया था। घायल अवस्था में उसे सिविल अस्पताल भर्ती करवाया गया परंतु डाक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए अमृतसर रेफर कर दिया था। अमृतसर में उसका इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि साहिब जब होश में आएगा तो उसके बाद ही मामले की अगली कार्रवाई हो सकेगी।
साहिब के आस-पास रहने वालों का कहना है कि कैलाश रानी की पांच बेटियां हैं और साहिब को यह सोच कर गोद लिया था कि बुढ़ापे में वह उसका सहारा बनेगा। आस-पास के लोग दबी जुबान में कह रहे हैं कि पांच साल पहले तक तो साहिब धार्मिक प्रवृति का था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वह बुरी संगत में पड़ कर नशे का आदी हो चुका था। छोटी-छोटी बात पर वह मां से लड़ने लगता था। साहिब के रिश्तेदारों का कहना है कि वह बारहवीं कक्षा तक पढ़ा है और प्राइवेट काम ही करता था। वह जो भी थोड़े बहुत पैसे कमाता उसे वह नशों पर खर्च कर देता था। इस बात को लेकर घर में कलह लगातार बढ़ती जा रही थी, जिसका नतीजा यह हुआ कि शुक्रवार को साहिब के हाथों उसकी कैलाश रानी की हत्या हो गई।