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यूबीडीसी के क्षतिग्रस्त पुल का मेटीरियल विभाग की अनदेखी के चलते हो रहा खराब

अप्पर बाहरी दोआब कनाल (यूबीडीसी) के क्षतिग्रस्त भीमपुर के पुराने पुल का लोहे का मेटीरियल जंग लगने कारण खराब हो रहा है जबकि सिचाई विभाग करोड़ों के नए पुल के निर्माण के चार वर्ष उपरांत भी आंखे मूंद बैठा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Jun 2021 06:25 AM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 04:22 AM (IST)
यूबीडीसी के क्षतिग्रस्त पुल का मेटीरियल विभाग की अनदेखी के चलते हो रहा खराब
यूबीडीसी के क्षतिग्रस्त पुल का मेटीरियल विभाग की अनदेखी के चलते हो रहा खराब

संवाद सहयोगी, घरोटा: अप्पर बाहरी दोआब कनाल (यूबीडीसी) के क्षतिग्रस्त भीमपुर के पुराने पुल का लोहे का मेटीरियल जंग लगने कारण खराब हो रहा है, जबकि सिचाई विभाग करोड़ों के नए पुल के निर्माण के चार वर्ष उपरांत भी आंखे मूंद बैठा है। यह पुल मजबूत लोहे से बना हुआ था। वहीं स्लैब में सरिया भी भारी मात्रा में पड़ा हुआ है। करीब 2012-13 में यह पुल क्षतिग्रस्त हुआ था। लंबा समय बीतने के उपरांत भी किसी ने पुल के स्क्रैप की ओर कोई ध्यान नही दिया। करीब 40 टन का लौहा नशेड़ियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। वह रात के अंधेरे में धीरे-धीरे यहां से लोहा चोरी कर रहे हैं। वही यह सरिया विभाग की अनदेखी के चलते जंग लगने से खराब हो रहा है, जिससे सरकारी प्रापर्टी को नुकसान पहुंच रहा है। सेवानिवृत्त कमांडेंट अशोक कुमार, पूर्व जिप निर्मल सिंह, थुडू सिंह, तरसेम सिंह, अनियुद सिंह, जोगिद्र पाल, रविद्र सिंह, सतिद्र कुमार ने डिप्टी कमिश्नर से पुरजोर मांग करके जल्द इस की नीलामी करके पैसे रैस्ट हाऊस पर खर्च किए जाए।

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बीसी मोर्चा के जिला प्रधान कंस राज सैनी ने कहा कि सरकार को बहुत पहले ही पुराने पुल की लोहे की सामग्री की नीलामी करवानी चाहिए थी, ताकि वर्षो से अनदेखी के चलते खराब हो रहे मेटीरियल को बेच कर इससे इक्टठे हुए पैसे को विभाग रेस्ट हाउस पर खर्च कर सकता। इसलिए बिना देरी इस की नीलामी करवाई जाए।

लोक निर्माण विभाग के सहायक इंजीनियर आर कुमार ने कहा कि उन्होंने नए पुल का निर्माण कर दिया है। यूबीडीसी पर निर्मित पुराना पुल सिचाई विभाग का है। मेटीरियल की संभाल की जिम्मेदारी सिचाई विभाग की है। इसका लोक निर्माण विभाग से कोई संबध नहीं है। योग्य कार्रवाई करेंगे: जेई

सिचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर तरसेम कुमार से जब संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में आ गया है। वह उच्चाधिकारियों से संपर्क करके मटीरियल की नीलामी या योग्य कार्रवाई करने के लिए लिखेंगे।


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