कुत्ते का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य, प्रति कुत्ता पांच सौ रुपये फीस
आवारा कुत्तों की नसबंदी के बाद निगम ने पालतू कुत्तों की रजिस्ट्रेशन का काम भी तेजी से शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : आवारा कुत्तों की नसबंदी के बाद निगम ने पालतू कुत्तों की रजिस्ट्रेशन का काम भी तेजी से शुरू कर दिया है। लाइसेंस ब्रांच में 11 लोगों ने अपने कुत्तों की रजिस्ट्रेशन करवाई है। दिवाली के बाद निगम अपने स्तर पर टीमें गठित कर इसके लिए लोगों को जागरूक भी करेगा। वहीं 31 मार्च तक रजिस्ट्रेशन न करवाने वालों से जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। एनिमल एक्ट 2001 के अनुसार किसी भी जानवर को मारना अपराध है। निगम अधिकारी ने बताया कि वह जिस एरिया में कुत्ते पकड़ते हैं, नसबंदी के बाद उसी एरिया में छोड़ देते हैं। कई लोग उन्हें कुत्तों को मारने की बात कह रहे हैं, जो नहीं हो सकता।
2019 में 8643 लोगों कुत्तों ने बनाया था अपना निशाना
सिविल अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार 2019 में 8643 लोगों कुत्तों ने अपना निशाना बनाया था। 2020 जुलाई तक 2915 इसके शिकार हुए थे। अगस्त के बाद निगम की ओर से थोड़ी सख्ती दिखाने पर प्रति माह तीन सौ से चार सौ लोगों को काटने के ग्राफ में दस फीसद कमी आई है।
...........
500 कुत्तों की नसबंदी का काम पूरा
निगम के मेडिकल आफिसर डाक्टर एनके सिंह ने बताया कि पहले फेज में 500 की नसबंदी पूरी कर ली गई है। शेष 200 का अगले महीने तक पूरा कर लिया जाएगा।
------------------
इन बातों को करना होगा पूरा
-रजिस्ट्रेशन की फीस 500 रुपये प्रति कुत्ता होगी।
-1 से 7 अप्रैल तक बिना जुर्माना करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन।
- 3 के बाद बनती फीस पर दस गुना अतिरिक्त कर देना होगा।
-रजिस्ट्रेशन करवाते वक्त कुत्ते की फोटो, मालिक को आधार कार्ड की कापी देनी होगी।
-वेटरनी अस्पताल से कुत्ते के टीकाकरण की एनओसी लेनी होगी।