तीन घंटे वर्षा से जलमग्न हुआ शहर, थमा जनजीवन
छात्रों को भी स्कूल जाने में काफी परेशानियां पेश आई। शाहपुर चौक एरिया के स्कूलों के विद्यार्थी पानी कम होने का इंतजार करते रहे लेकिन पानी कम नहीं हुआ। इस कारण कई विद्यार्थी स्कूल नहीं जा पाए। शहर का दिल कहने जाने वाला गांधी चौक एरिया भी पूरी तरह से तालाब बन गया।
जागरण संवाददाता, पठानकोट: शुक्रवार सुबह तीन घंटे तक हुई मूसलधार वर्षा से पूरा शहर जलमग्न हो गया। वर्षा के दौरान तीन घंटे तक शहर में जनजीवन थमा रहा। सड़कों पर और आबादी वाले क्षेत्रों में जल भराव होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। छात्रों को भी स्कूल जाने में काफी परेशानियां पेश आई। शाहपुर चौक एरिया के स्कूलों के विद्यार्थी पानी कम होने का इंतजार करते रहे, लेकिन पानी कम नहीं हुआ। इस कारण कई विद्यार्थी स्कूल नहीं जा पाए। शहर का दिल कहने जाने वाला गांधी चौक एरिया भी पूरी तरह से तालाब बन गया। सुबह सार सब्जी मंडी व मेन बाजार को जाने वालों को भारी दिक्कतें पेश आई। बाजार की कई दुकानों के अंदर पानी घुस गया। परिणाम स्वरूप दुकानदारों ने निगम की कार्यप्रणाली को लेकर रोष जताया।
बता दें पिछले कुछ दिनों से पठानकोट व आस पास के इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। मगर शुक्रवार सुबह करीब पौने चार बजे से लेकर पौने छह बजे तक हुई बारिश से आधा शहर जलमग्न हो गया। तीन घंटों तक करीब दस हजार आबादी का शहर से संपर्क कट गया। सबसे ज्यादा परेशानी शहर के शाहपुर चौक, लमीनी सहित सिविल अस्पताल एरिया में जाने वालों को उठानी पड़ी। सिविल अस्पताल से न तो कोई आ पाया और न ही कोई व्यक्ति जा पाया। चारों और पानी ही पानी नजर आ रहा था। कुछ ढलान वाली सड़कों पर तो पानी का बहाव इतना तेज था कि दोपहिया वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया। नालियां पानी से इस कदर भर गई कि सड़क किनारे नाली का आभास भी नहीं हो रहा था।
वार्ड पांच, छह, सात और आठ में पेश आई दिक्कतें
मूसलधार वर्षा के चलते शहर के वार्ड नंबर 5, 6, 7, व 8 के लोगों को ज्यादा दिक्कतें पेश आई। इस कारण दस हजार से अधिक लोगों का आपसी संपर्क टूट गया। जलभराव इतना ज्यादा हो चुका था कि कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा था। इसके चलते शाहपुर चौक, टीचर कालोनी, कबीर नगर, काजीपुरा, प्रतापनगर, लमीनी, उपरली लमीनी, ग्रीन हैवन कालोनी, लमीनी जट्टां के लोग ज्यादा प्रभावित हुए। ट्रस्ट कालोनी में एक घर की दीवार गिरने से बड़ा हादसा होते-होते बचा। सिविल अस्पताल तक पहुंचना भी हुआ मुश्किल
बरसात इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में शाहपुर चौक से सिविल अस्पताल सहित लमीनी व अन्य मोहल्लों से निकलने वाले बड़े नाले ओवरफलो हो गए। नालों की निकासी रुक गई और सारा पानी सड़क पर आ गया। सिविल अस्पताल के अंदर भी दो फीट तक पानी जमा हो गया। मेन गेट से अंदर पहुंच पाना मुश्किल हो चुका था। पानी इमरजेंसी वार्ड में घुस गया। इस कारण चेकअप करवाने आए लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दिन भर यही स्थिति बनी रही। सुपर बाजार के दुकानदारों ने किया प्रदर्शन
मूसलधार वर्षा से जहां शहर के कई एरिया में लोगों के घरों में पानी घुस गया, वहीं सुपर बाजार में दुकानदारों को ज्यादा दिक्कतें पेश आई। दुकानदारों ने निगम प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। बजरंग सेल्स गार्मेट्स के मालिक मनमोहन काला, बल्लू, बोध राज, मानिक, प्रवीण कुमार व नन्नू आदि ने बताया कि नालों में निकासी न होने के कारण सारा पानी उनकी दुकानों में घुस गया। उनका लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। हर बार शहरवासियों के साथ-साथ दुकानदारों को बरसात के दिनों में इस प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। निगम प्रशासन बरसात से पहले नालों की सफाई क्यों नहीं करवाता। अगर समय पर सफाई करवाई जाए तो शहरवासियों को इस प्रकार परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।