अयोध्या में श्रीराममंदिर भूमिपूजन, पठानकोट में भक्त करेंगे गुणगान
अयोध्या में श्री राम मंदिर के भूमिपूजन को लेकर उत्साह है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : अयोध्या में श्री राम मंदिर के भूमिपूजन को लेकर उत्साह है। आस्था से जुड़े इस आयोजन को लोग अपने जीवन की अहम घटना मान रहे हैं। यही कारण है कि अयोध्या में होने वाले भूमिपूजन के उपलक्ष्य में जिले के मंदिरों में कार्यक्रम होंगे। कोविड महामारी के चलते कार्यक्रम बेहद संक्षिप्त एवं छोटे होंगे पर प्रभु श्रीराम के प्रति भक्तों में अपार आस्था झलकेगी। बुधवार दिन को पूजा होगी तो रात को आरती और दीपमालाएं सजेगी। हर जन के मन में प्रभु श्रीराम विराजेंगे और भक्त भी उन्हें नमन करेंगे। धार्मिक संगठनों ने लोगों से सुरक्षा की दृष्टि से घरों में दीपमालाएं करने का आह्वान किया है।
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मंदिर : श्रीलक्ष्मी नारायण शाहपुरकंडी
- दोपहर 12:15 बजे मंदिर प्रांगण में घंटी एवं संघ नाद कार्यक्रम
- 1 बजे रामस्तुति पाठ
- तदोपरांत भगवान राम की आरती
- रात 8 बजे 108 दीपमाला सनातन धर्मसभा के अध्यक्ष इंजीनियर सुधीर गुप्ता ने कहा कि यह दिन हमारे लिए गौरवमयी है। भगवान श्रीराम के मंदिर का स्वप्न सत्य बन रहा है। सनातन सभा कोविड को ध्यान में रखकर कार्यक्रम करेगी। लोगों से बुधवार सायं को घरों में 11 दीप जलाने का आह्वान किया गया है।
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मंदिर : कालीमाता
पठानकोट
- सुबह शुभमुहूर्त में कुछेक श्रद्धालुओं की उपस्थिति में प्रभुश्रीराम गुणगान
- सायं 8 बजे मंदिर में दीपक जलाए जाएंगे पंडित देशबंधु का कहना है कि प्रभु श्रीराम की धरती में हम रहते हैं, यह हमें पुण्यकर्माे से प्राप्त हुआ है। अयोध्या में श्रीराम का मंदिर की स्थापना होने जा रहा है, इसलिए सभी भक्तजन बुधवार को घरों में आरती व दीपमालाएं करें। ........................
मंदिर : आशापूर्णी मंदिर पठानकोट
- सुबह 9 बजे प्रभुश्रीराम की पूजा अर्चना
- सायं 7 बजे आरती एवं इसके उपरांत दीपमाला आशापूर्णी मंदिर कमेटी के प्रधान विनोद मल्होत्रा ने कहा है कि प्रभुश्रीराम का भव्य मंदिर अब यथार्थ में बनने जा रहा है। देशवासियों ने इसके लिए लंबा इंतजार किया है और अब सभी इन पलों को यादगार बनाएं।
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भारतीय मजदूर संघ भी करेगा नमन
भामसं के प्रदेश महामंत्री ठाकुर गुरमेज सिंह का कहना है कि सभी लोग श्री राम मंदिर निर्माण न्याय समिति द्वारा आयोजित एवं निर्देशित सभी कार्यक्रम अपने स्थान पर ही भागीदारी सुनिश्चित सुनिश्चित करें। अपने - अपने घरों में उत्सव मना कर राष्ट्रीयता का परिचय दें।