मेयर साहब कमिश्नर तां चंगा ऐ, तुसी आपणे कम्म करने दे तरीके सुधारो
सोमवार को ब्लाक समिति एवं जिला परिषद चुनाव से फ्री होकर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष एवं विधायक पठानकोट अमित विज ने नगर निगम के मेयर अनिल वासुदेवा को आड़े हाथ लिया।
जासं, पठानकोट : सोमवार को ब्लाक समिति एवं जिला परिषद चुनाव से फ्री होकर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष एवं विधायक पठानकोट अमित विज ने नगर निगम के मेयर अनिल वासुदेवा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने वासुदेवा को चारों ओर से घेर कर जहां असफल मेयर करार दिया वहीं कहा कि वह जनतपा के फतवे का सम्मान कर पाने में असफल हैं। उन्हें नहीं पता कि शहर की समस्याएं कैसे कम की जानी है। वह अपनी कमियों को छिपाने के लिए दूसरों के सिर ठीकरा फोड़ रहे हैं। विज ने कहा कि अनिल वासुदेवा को इन दिनों नगर निगम के कमिश्नर से परेशानी है। वह अपनी असफलताओं का ठीकरा कमिश्नर के सिर पर फोड़ रहे हैं। असलियत यह है कि उन्हें कोई आदमी अथवा अधिकारी कभी अच्छा नहीं लगा है। विज ने कहा कि पिछली अकाली-भाजपा सरकार के दौरान ही नगर निगम का गठन हुआ था। इस कार्यकाल के ढाई साल में मेयर अनिल वासुदेवा छह कमिश्नरों की शिकायत करके उन्हें पठानकोट से बदलवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सभी कमिश्नर अच्छे हैं। कसूर केवल मेयर के बीच है। उन्होंने मेयर पर अट्हास करते हुए कहा कि मेयर साहिब कमिश्नर तां चंगा ऐ,तूसी आपणे कम्म करन दे तरीके सुधारो। इसके साथ ही विज ने मेयर पर ताबड़-तोड़ हमले करने शुरू कर दिया।
अनिल विज पठानकोट नगर कौंसिल के अध्यक्ष रह चुके हैं। वह निगम की तुलना अपने कार्यकाल की कौंसिल से कर रहे हैं। इसके विपरीत मेयर और अनिल विज के विधायक पुत्र अमित विज के बीच छत्तीस का आंकड़ा चला आ रहा है। दोनों एक-दूसरे को सतर्क गलत साबित करने के लिए जी-तोड़ जोर भी लगाते आ रहे हैं। पठानकोट जिले में ब्लाक समिति और जिला परिषद के चुनाव परिणाम बीते कल ही पूरी तरह निकल सके हैं। यह परिणाम भाजपा के लिए जहां हताशा भरे थे वहीं कांग्रेस के लिए कुदरत के गफ्फे जैसे साबित हुए हैं। यही कारण है कि जिला भर के कांग्रेस सोमवार को बेहद उत्साहित रहे। इस उत्साह में जिलाध्यक्ष अनिल विज ने मेयर अनिल वासुदेवा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कुछ दिन पहले मेयर की ओर से कमिश्नर के खिलाफ किए गए पत्रकार सम्मेलन को गलत और गैर जरुरी करार देते हुए कहा कि कमिश्नर सही हैं। वह नियमों अनुसार काम कर रहे हैं। सारा कसूर मेयर का है। उन्हीं को काम करवाना नहीं आता है। मेयर ने कमिश्नर पर आरोप लगाया था कि वह दफतर में आते ही नहीं है। इस कारण लोगों के काम लटके हुए हैं। तब कमिश्नर ने अपना पक्ष देते हुए कहा था कि वह में दफतर आते हैं। उन्होंने कहा था कि मेयर नियमों अनुसार हाउस की मी¨टगें नहीं करवाते हैं। इन मी¨टगों में ही विकास का रास्ता क्लीयर होना है। वह इसकी रिपोर्ट बना कर सरकार को भेज चुके हैं।
अनिल विज के आरोप
-मेयर अनिल वासुदेवा 3.3 करोड़ के 168 विकास कार्य नहीं करवा पा रहे हैं। कारण ई-टेंड¨रग से निगम के बचे 31
लाख। कांग्रेस के प्रयासों से हुई बचत से आहत हैं वासुदेवा।
-पिछले 42 महीनों में नगर निगम की कुल 42 मी¨टग होनी चाहिए थी परंतु मेयर ने केवल 09 मी¨टगें ही करवाई हैं।
-बीते कार्यकाल के दौरान 04 स्पैशल मी¨टगे होनी चाहिए थी परंतु मेयर ने केवल 03 करवाई हैं।
-मेयर अपने परिवार के लिए भी निगम के पैसों से चलने वाली सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे हैं।