सैनिटाइजर लोगों को देने लगा दर्द, मोबाइल में आने लगी खराबी
एक तरफ यहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस से बचाने के लिए हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सूरज प्रकाश, पठानकोट : एक तरफ यहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस से बचाने के लिए हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। दूसरी ओर अलग-अलग वस्तुओं को सैनिटाइजर से साफ कर रहे हैं। आज के दौर में सबसे जरूरी वस्तुओं में मोबाइल है। उसे मनुष्य दिन में हजारों बार हाथों से छूकर अपने कई निजी कार्यों में इस्तेमाल करता है। इसके बाद लोग बार-बार मोबाइल को छूने से इसे सैनिटाइजर व एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से साफ करने लगे हैं। असलियत में ऐसा करने से मोबाइल फोन की स्क्रीन के साथ हैंडफोन जैक, स्पीकरों व चार्जिग प्वाइंट में खराब होते हैं। सैनिटाइजर से मोबाइल फोन की खराबी की समस्या पठानकोट शहर में भी देखी गई है।
दस फीसद लोगों के मोबाइल खराब
नैय्यर मोबाइल रिपेयरिग सेंटर के मालिक अमित नैय्यर ने बताया कि इंफेक्शन फैलने के बाद मोबाइल रिपेयरिग के लिए आने वालों में दस फीसद लोग वह है जो आपने फोन को एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर से साफ किया है। उन्होंने बताया कि लोग मोबाइल को इस तरह सैनिटाइजर कर रहे है कि हैडफोन जैक, चार्जिंग जैक, फोन का माइक व स्पीकर में सैनिटाइजर दाखिल होता जा रहा है। इससे मोबाइल के इन हिस्सों में खराबी आने लगी है। कई बार तो डिस्पले व कैमरा लैंस भी सैनिटाइजर की वजह से खराब हो चुके है।
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ऐसे करें मोबाइल को सैनिटाइज
अगर आपने मोबाइल को वायरस से बचाने के लिए सैनिटाइजर करना ही है तो स्प्रे पंप से मोबाइल को साफ करें। स्प्रे पंप का मोबाइल पर दूर से छिड़काव होने से सैनिटाइजर का एल्कोहल मोबाइल के स्पीकर, हैंडफोन जैक, चार्जिग जैक, फोन का माइक तक नहीं पहुंचता। इसलिए लीक्वड सैनिटाइजर को छोड़ स्प्रे पंप से मोबाइल को साफ किया जाए।
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हैंडफोन का करें इस्तेमाल
अगर हमें अपने फोन को बार-बार टच करने पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है तो इस समस्या से थोड़ी राहत पाने के लिए हमें हैंडफोन व ब्लूटूथ का इस्तेमाल अधिक करना चाहिए। इससे एक तो बार-बार मोबाइल फोन को टच करने की जरूरत नहीं होगी, दूसरा कोरोना वायरस के संक्रमण का मोबाइल पर खतरा कम रहेगा। इस महामारी के दौर में हमें वैसे भी एक वस्तु को बार-बार नहीं छूना चाहिए।