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बावा लाल दयाल मंदिर में संकट चौथ व्रत कथा कराई

अपनी संतान की दीर्घायु और सुख समृद्धि की कामना के लिए प्रात काल से ही स्नान आदि से निवृत होकर माताएं भगवान श्री गणेश जी का पूजन करते हुए दिन भर यह व्रत रखतीं हैं। रात्रि में चंद्रोदय के बाद अ‌र्घ्य देकर व्रत का पारण करती हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 04:31 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 04:31 PM (IST)
बावा लाल दयाल मंदिर में संकट चौथ व्रत कथा कराई
बावा लाल दयाल मंदिर में संकट चौथ व्रत कथा कराई

संवाद सूत्र, मामून: शुक्रवार को गांव गोसाईपुर स्थित बावा लाल दयाल मंदिर के धर्मगुरु पंडित रमेश शास्त्री की अध्यक्षता में संकट चौथ व्रत सुनी गई। रमेश शास्त्री ने बताया कि हिदू सनातन धर्म अनुसार माघ महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकट चौथ का व्रत किया जाता है। अपनी संतान की दीर्घायु और सुख समृद्धि की कामना के लिए प्रात: काल से ही स्नान आदि से निवृत होकर माताएं भगवान श्री गणेश जी का पूजन करते हुए दिन भर यह व्रत रखतीं हैं। रात्रि में चंद्रोदय के बाद अ‌र्घ्य देकर व्रत का पारण करती हैं। इस अवसर पर शांति देवी, परवीन शर्मा, बिमला ठाकुर, भारती, उषा, शालू, सुखविदर कौर, मयंक, राधा, कृष्णा, मोनिका, आशा, उपस्थित थे।

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