शराब ठेके के कारिदे के परिजनों का पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन
बमियाल के नजदीकी गांव मुट्ठी में ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लूट की घटना को मामूली मारपीट बना दिया।
संवाद सहयोगी, बमियाल
बमियाल के नजदीकी गांव मुट्ठी में ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लूट की घटना को मामूली मारपीट बना दिया। शुक्रवार को ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और दो घंटे तक धरना दिया। पुलिस की लगाई गई धाराओं से नाराज घायल शराब ठेके के कर्मचारी, उसके परिजनों और लोग बमियाल के चांदनी चौक में धरने पर बैठ गए। धरना प्रदर्शन के साथ ही बीच सड़क में टायर जलाकर यातायात को अवरुद्ध कर दिया। शाम करीब 5:30 बजे पुलिस थाना प्रभारी नरोट जयमल सिंह, इंस्पेक्टर विजय कुमार मौके पर आए और उनके आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया। धरने प्रदर्शन में पीड़ित शराब ठेका कर्मचारी बूटा राम उसकी पत्नी नवनीत बाला और अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले में उचित कार्रवाई नहीं की है। लुटेरों ने तेजधार हथियारों से कर्मचारी बूटाराम को गंभीर रूप से घायल कर दिया था, इस हमले में बूटा राम की दोनों बाजू फेक्चर हो चुकी हैं और हाथ की उंगली भी कटने व सिर पर गंभीर चोटें लगी हैं। इस मामले के 10 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।
31 मार्च को शराब ठेकेदार के कारिदे से हुई थी लूट
31 मार्च की रात को कस्बा बमियाल के निकट गांव मुट्ठी में शराब ठेके के कर्मचारी के साथ हथियारों के बल पर लूट हुई थी। हमले के बाद लुटेरों ने बूटा राम से 70000 रुपए का कैश लूट लिया था। इस मामले में पुलिस द्वारा 12 दिनों के बाद जो मामला दर्ज किया गया। जबकि, पीड़ित कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुआ है। इस बात से गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस को लेकर प्रदर्शन कर दिया।
डॉक्टर की रिपोर्ट आने के बाद जोड़ी जाएंगी धाराएं
थाना नरोट के प्रभारी जयमल सिंह ने कहा है कि पुलिस इस मामले को लेकर गंभीरता से काम कर रही है। घायल बूटा राम की डॉक्टर की रिपोर्ट आने के बाद अन्य धाराएं इस मामले में जोड़ दी जाएंगी। जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित व ग्रामीण पुलिस कार्रवाई पर विश्वास रखें, जल्द आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।