बिना लाइसेंस शहर में चलने वाले आटो होंगे जब्त
दैनिक जागरण में वीरवार को समाचार प्रकाशित होने के बाद डीएसपी सिटी राजेंद्र मन्हास ने इस पर कड़ा एक्शन लिया है।
राज चौधरी, पठानकोट : सदी बदली, वक्त बदला, शहर का माहौल बदला बस नहीं बदली तो पठानकोट शहर की सड़कों पर लगने वाली जाम की समस्या। इस जाम की स्थिति को सुधारने के लिए दैनिक जागरण ने ट्रैफिक के मुद्दे को कई बार उठाया परंतु हर बार थोड़े दिन प्रशासनिक स्तर पर सक्रियता दिखी परंतु बाद में फिर पुराने ढर्रे पर ही काम शुरू हो जाता। परंतु अब जिला पुलिस प्रशासन ने इस समस्या पर सक्रियता दिखाते हुए इसका स्थायी हल निकालने की ठान ली है। दैनिक जागरण में वीरवार को समाचार प्रकाशित होने के बाद डीएसपी सिटी राजेंद्र मन्हास ने इस पर कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने शहर में चलने वाले ऑटो यूनियन के प्रधानों के साथ करीब दो घंटे बैठक की तथा उन्हें सख्त निर्देश दिए कि शहर में बिना रजिस्ट्रेशन तथा बाहरी जिलों से आकर चलने वाले ऑटो को तत्काल प्रभाव से बंद करवाया जाए। डीएसपी ने कहा कि ये प्राथमिक चेतावनी है, यदि दो दिन बाद यानि शनिवार के बाद शहर में बाहरी क्षेत्रों अथवा बिना मापदंड पूरा किए गए कोई ऑटो शहर की सड़कों पर दिखा तो उसका चालान काट कर उसे बाउंड किया जाएगा। इसके साथ ही यदि किसी ऑटो चालक ने सवारी चढ़ाते तथा उतारते समय येलो लाइन अथवा अन्य ट्रैफिक नियमों की पालना न की तो उनके खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जाएगा। जिला पुलिस ने ये कदम शहर की अव्यवस्थित हो चुकी ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए लिया है। इसके बाद नियमों की अवहेलना करने वाले अन्य वाहन चालकों पर भी सख्ती बरती जाएगी।
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निगम के रिकार्ड में रजिस्ट्रेशन सिर्फ 1286 ऑटो, शहर में चल रहे पांच हजार से ज्यादा
पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार ट्रैफिक अव्यवस्था का बड़ा कारण पठानकोट की सड़कों पर चलने वाले बेतहाशा ऑटो हैं। हालांकि जाम की स्थित से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने शहर के बीचों बीच मिनी बसों तथा हैवी व्हीकल के प्रवेश पर पूर्णतया पाबंदी के आदेश हैं परंतु पठानकोट की संकीर्ण सड़कों पर बढ़ रहे आटो के बोझ के कारण स्थिति बद से बदत्तर हो चुकी है। निगम के रिकार्ड में रजिस्टर्ड ऑटो की संख्या 1286 के लगभग है परंतु वास्वत में चलने वाले ऑटो की संख्या पांच हजार से भी अधिक है। इसी कारण गाड़ी अहाता चौक, डलहौजी रोड, सलारिया चौक, ढांगू रोड, पीर बाबा चौक, माडल टाउन व काली माता मंदिर चौक ऐसे स्थान हैं जहां शायद ही कोई दिन रहा होगा जब जाम न लगा हो। ........................... दीनानगर, गुरदासपुर तथा बटाला से आकर चलते हैं ऑटो
करीब आठ साल पहले नगर निगम ने शहर में बढ़ रही ऑटो की संख्या को लेकर ऑटो चालकों की रजिस्ट्रेशन की थी। इन ऑटो चालकों को आश्वासन दिया था कि उन्हें शहर में जगह-जगह पर ऑटो स्टैंड बनाकर दिए जाएंगे। इन स्टैंड से चलने वाले ऑटो चालकों को रूट दिया जाएगा। इसी के आधार पर वह सिर्फ अपने रूट से ही सवारी उठा सकेंगे। निगम की इस योजना पर शुरुआत फिलहाल हुई भी नहीं थी कि इसके कुछ ही दिनों के बाद पठानकोट के साथ लगते दीनानगर, गुरदासपुर तथा बटाला तक से आकर पठानकोट में आटो चलने शुरू हो गए। ये आंकड़ा अब धीरे-धीरे बढ़ता गया तथा अब पठानकोट के साथ लगते नूरपुर, घरोटा, जुगियाल इत्यादि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आटो चालक पठानकोट आकर दिन भर आटो चला रहे हैं। इसमें ऐसे लोगों की संख्या भी बढ़ी है जोकि आसपास के क्षेत्रों से विद्यार्थियों को सुबह विभिन्न गांवों से लेकर पठानकोट की शैक्षणिक संस्थाओं में सुबह उतार देते हैं। इसके बाद वह दिन भर शहर की सड़कों पर ही ऑटो चलाते हैं तथा शाम को लौटते हैं।
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ऑटो की लगातार बढ़ती संख्या चिता का विषय : डीएसपी
डीएसपी राजेंद्र मन्हास ने कहा कि जिला की ट्रैफिक व्यवस्था के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण सड़कों पर बढ़ता वाहनों का बोझ है। इसमें आटो की लगातार बढ़ती संख्या काफी हद तक ट्रैफिक को प्रभावित कर रही है। बैठक में प्रधानों को आगाह किया इन ऑटो को दो दिन के भीतर रजिस्टर्ड करवा लें तथा कागजी कार्रवाई पूरा कर लें। यदि शनिवार के बाद कोई ऑटो चालक इन नियमों की अवहेलना करते पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।