सीधी बस सेवा न होने के चलते लोगों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जताया रोष
यह क्षेत्र चंबा व डलहौजी को जाने वाली बस सेवा पर आश्रित है लेकिन इनमें भी भारी भीड़ होने के कारण क्षेत्र के लोगों को सीट नहीं मिलती है। इसके कारण पचास किलोमीटर का पहाड़ी सफर लोग बस में खड़े होकर ही करते हैं।
संवाद सहयोगी, दुनेरा: तहसील धार कलां के अंतर्गत पड़ते पतरालवां, सारटी, मांडवा, गुनेरा, सतीन, चिबड, दुखनियाली, दरवान, लैहरुन,गड़ल, गाहल, लजेरां, थल्ला लाहडी़, टुपपर, पलाह रोघ, भगुडीं गांवों के लोग परिवहन की सही सुविधा न होने से परेशान हैं। उन्हें जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए तीन बार मिनी बसों को बदलना पड़ता है, क्योंकि जिला मुख्यालय तक दुनेरा से कोई भी सीधी बस सेवा उपलब्ध नहीं है।
यह क्षेत्र चंबा व डलहौजी को जाने वाली बस सेवा पर आश्रित है, लेकिन इनमें भी भारी भीड़ होने के कारण क्षेत्र के लोगों को सीट नहीं मिलती है। इसके कारण पचास किलोमीटर का पहाड़ी सफर लोग बस में खड़े होकर ही करते हैं। इसके तहत राजिदर कुमार, कुलदीप मैहरा, शाम लाल, तिलक राज, नरेन्द कुमार, नरेश मैहरा, रवि कुमार ने शुक्रवार को सरकार एवं जिला प्रशासन के खिलाफ अपना रोष जताता। उन्होंने कहा कि पचास किलोमीटर तक के सफर को दो से ढाई घंटे का समय लगता है। ऐसे में कोई बीमार व्यक्ति व महिला कैसे बस में सफर करतीं हैं इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के समय पूर्व परिवहन मंत्री मास्टर मोहन लाल ने 1992-1998 तक पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो की लैहरुन व फगोतां के लिए सुबह एवं दोपहर के लिए तीन बसें चलती थी, परंतु अब क्षेत्र में कोई भी सरकारी बस सुविधा ना होने से क्षेत्र के लोगों के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बीते दिनों क्षेत्र के सरपंचों का एक समूह भी परिवहन मंत्री पंजाब राजा बडिग से मिला था, जिस पर समस्या के हल का विश्वास दिलाया गया, परन्तु राजा बडिग का विश्वास भी क्षेत्र के लोगों को कोई राहत नहीं पहुंचा पाया है। लोगों ने जिला प्रशासन से इस समस्या के समाधान की अपील की है।