पेयजल को तरसे लोग, जताया रोष
धार कलां तहसील के तहत आते विभिन्न गांवों में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है।
संवाद सहयोगी, दुनेरा : धार कलां तहसील के तहत आते विभिन्न गांवों में पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है। बुधवार को रोष जताते हुए कुलदीप मैहरा, शाम मैहरा, राजिंद्र धीमान, तिलक मैहरा, राकेश धीमान, काका, राजेश डोगरा, पुरुषोत्तम लाल ने कहा कि गांवों में दिन में केवल एक बार ही पीने की पानी की सप्लाई होती है। कई गांवों में तो दो से तीन दिन के बाद पीने का पानी मिलता है। बीते एक सप्ताह से गांव लैहरुन में लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। लैहरून, गाहल, गड़ल के लोगों को पीने की पानी की सप्लाई बहुत ही कम मात्रा में मिल रही है। वह लोग 170 प्रति महीने का पानी का बिल भरते हैं, मगर उनको पीने के पानी की सप्लाई सही तरीके से नहीं होती है। महीने में 20 से 22 दिन ही पीने का पानी मुहैया होता है। इस समय विवाह शादियों के कार्यक्रम चले रहे हैं। ऐसे में पीने के पानी के न आने के कारण उन्हें कुदरती स्त्रोतों पर ही निर्भर होना पड़ रहा है। वहीं, जेई रणजोध पठानिया ने कहा कि नए पंप को लगाया गया था, मगर वह नया पंप ठीक प्रकार से कार्य नहीं कर पा रहा है। इसके कारण समस्या आ रही है, लेकिन जल्द ही समस्या को हल कर दिया जाएगा।
सफाई यूनियन ने एसडीएम को सौंपा मांगपत्र
जासं, पठानकोट : अखिल भारतीय सफाई मजदूर यूनियन का शिष्टमंडल मांगों को लेकर एसडीएम गुरसिमरन सिंह से मिला। शिष्टमंडल ने एसडीएम को मांगपत्र सौंपा। सफाई मजदूर यूनियन के सदस्य प्रेम कुमार, रमेश कटो, चेयरमैन दीपक भट्टी, रमेश दरोगा व अनीता कुमारी ने बताया कि नगर कौंसिल सुजानपुर के सफाई सेवकों को डीसी रेट अनुसार सैलरी नहीं दी जा रही। न ही सफाई सेवकों द्वारा 2013 से लेकर अब तक का जमा करवाए गए पीपीएफ का अता-पता चल रहा है। इस संबंधी जब अधिकारियों से बात करते हैं तो वह कर्मचारियों पर ही गुस्साने लगते हैं। कर्मचारी को काम से हटा दे रहे हैं। इस मसले को लेकर जांच करवाई जाए, ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके। इस मौके पर सुमन कुमारी, संतोष कुमारी, डोरम, वीना देवी, राज रानी, राहुल व सुनीता आदि मौजूद थे।