सिविल अस्पताल में कैंसर पीड़ितों को मिलेगी कीमोथैरेपी की सुविधा
पठानकोट के कैंसर पीड़ितों को अपने इलाज में कीमोथैरेपी की राहत
संवाद सहयोगी, पठानकोट : पठानकोट के कैंसर पीड़ितों को अपने इलाज में कीमोथैरेपी की राहत शीघ्र मिलने जा रही है। मरीजों को अब बाहरी जिलों के महंगे अस्पतालों में भटकना नही पड़ेगा। चूंकि सरकार की योजना में राज्य के प्रमुख अस्पतालों में कीमोथैरेपी युनिट स्थापित होने जा रहे हैं। इन प्रमुख अस्पतालों में पठानकोट का प्रमुख सिविल अस्पताल भी शामिल है। यह जानकारी सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉक्टर भूपिन्द्र ¨सह ने दी। उन्होंने बताया कि पठानकोट में एक हजार के करीब लोग कैंसर से पीड़ित हैं। इनमें करीब 200 कैंसर पीड़ितों को रिलीफ योजना के तहत निशुल्क उपचार मिल रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने राज्य में प्रमुख अस्पतालों में कीमोथैरेपी युनिट स्थापित करने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत पठानकोट में भी यह युनिट स्थापित होगा। उन्होंने बताया कि इस युनिट को चलाने के लिए अस्पताल के दो डॉक्टरों को ट्रे¨नग दी गई थी ताकि युनिट स्थापित होने पर मरीजों को शीघ्र राहत प्रदान की जा सके।
50 हजार रुपये तक की मिल सकती है राहत
सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉक्टर भूपिन्द्र ¨सह ने बताया कि अस्पताल में कीमोथैरेपी युनिट स्थापित होने से कैंसर पीड़ितों को बाहरी जिला एवं प्राइवेट अस्पतालों में भटकना नही पड़ेगा। उन्होंने बताया कि कीमोथैरेपी कई तरह की होती है। मरीज के चेकअप के बाद अस्पताल में उन्हें बेहतर उपचार मिलेगा। यहां तक कि प्राइवेट अस्पतालों के मुकाबले यहां कीमोथैरेपी बहुत ही सस्ती होने के कारण भारी राहत मिलेगी।
विशेषज्ञ डॉक्टर को ट्रेनिंग के लिए चंडीगढ़ भेजा
विशेषज्ञ डॉक्टर अशोक ढिल्लो को चंडीगढ़ में तीन दिन की ट्रे¨नग के लिए भेजा गया है। पठानकोट जिला में सेहत विभाग की ओर से शीघ्र ही उन कैंसर से पीड़ित मरीजों का सर्वे होगा। जिन्हे उन्होंने कीमोथैरेपी की आवश्यकता है। वहीं उन पीड़ितों का भी दोबारा सर्वे भी करवाया जा रहा है पठानकोट से बाहर अपनी कीमोथैरेपी करवा रहे हैं। सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉक्टर भूपिन्द्र ¨सह के अनुसार इस संबंधी सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कांसरा ने जिला के सेहत अधिकारियों हाल ही में बैठक कर इस काम को गंभीरता से अंजाम देने को कहा है।