चिंतपूर्णी मेडिकल कॉलेज में पांच बेड की व्यवस्था, रिकवरी रेट 77 फीसद
कोरोना से लड़ाई लड़ने में जिला पूरी तरह से मुस्तैद है। अप्रैल माह में पहला केस मिला था।
सूरज प्रकाश, पठानकोट : कोरोना से लड़ाई लड़ने में जिला पूरी तरह से मुस्तैद है। अप्रैल माह में पहला केस मिला था। अब तक कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तीन सौ को पार कर चुका है। इन हालातों में सेहत महकमे के प्रबंध पुख्ता दिख रहे हैं। चितपूर्णी मेडिकल कॉलेज में स्थापित कोविड केयर सेंटर में महकमे ने 500 बेड की एकसाथ व्यवस्था की है। उपचार की तमाम सुविधाएं यहां पर उपलब्ध है, यही कारण है कि जिले में रिकवरी रेट भी अच्छा है। अभी तक जिले में कोरोना संक्रमण से ठीक होने वालों का आंकड़ा 250 पार हो चुका है।
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सौ से अधिक स्टाफ तैनात
कोविड केयर सेंटर में महकमे ने बड़ी संख्या में मेडिकल स्टाफ को तैनात किया है। इनमें सौ के करीब डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट, अस्पताल प्रशासक, काउंसलर व अन्य कर्मचारी शामिल हैं। यहां पर 24 घंटे कर्मचारियों की व्यवस्था की गई है। रोस्टर के हिसाब से कर्मचारी आठ से दस घंटे की ड्यूटी रहे हैं।
तीन दफा हो रही सफाई
चितपूर्णी मेडिकल कॉलेज में कोविड मरीजों की सुरक्षा के लिए सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सेंटर में तीन दफा सफाई की व्यवस्था की गई है। सफाई कर्मचारी वार्ड और परिसर को सैनिटाइजर करते हैं। डॉक्टरों और अधिकारियों की निगरानी में स्वच्छता का काम हो है।
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ऑक्सीजन से लेकर उपकरण मौजूद
कोविड केयर सेंटर में स्वास्थ्य उपकरणों की व्यवस्था की गई है। आक्सीजन सिलेंडर प्रत्येक मरीज के लिए रखे गए हैं, जबकि इसीजी और मेडिकल (दवाओं आदि की) सप्लाई भी सुचारू हैं। यहां पर दो सौ - सौ ऑक्सीजन सिलेंडर व इसीजी मशीनों की व्यवस्था रखी गई है। जरूरत पड़ने पर महकमे ने इसकी सप्लाई का भी प्रबंध किया हुआ है। वहीं, दवाओं का स्टॉक भी सेंटर में ही बनाया गया है।
खाने का जिम्मा प्रशासन के पास
कोविड केयर सेंटर में संक्रमितों के भोजन और खानपान का जिम्मा प्रशासन ने संभाला हुआ है। चिकित्सकों के परामर्श पर मरीजों का डायट प्लान तैयार किया गया है। इनमें ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर के साथ ही दो समय की चाय भी दी जा रही है। इसके साथ ही इम्युनिटी बढ़ाने को फ्रूट, काढ़ा व अन्य सप्लीमेंटस भी दिए जा रहे हैं। भोजन व्यवस्था को अलग से स्टाफ नियुक्त किया गया है।
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दो एंबुलेंस की व्यवस्था
कोविड सेंटर में मरीजों के लिए दो सरकारी एंबुलेंस का विभाग ने प्रबंध किया है। इनमें एक एंबुलेंस मरीज लाने के लिए रखी गई है और दूसरा मरीज जब डिस्चार्ज होते है उन्हें घर छोड़ने के लिए रखी गई है। दोनों एंबुलेंस चलाने के लिए तीन ड्राइवरों को नियुक्त किया गया है। आपात स्थिति में इसके संचालन का विकल्प रखा गया हैं।
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सिविल सर्जन डॉ. भूपिद्र सिंह का कहना है कि कोविड केयर सेंटर की सुविधा से कोरोना पॉजिटिव का उपचार करने में बड़ी मदद मिल रही है। सरकार, प्रशासन और महकमे की तरफ से सेंटर स्थापित करने के साथ ही उच्च दर्जे की सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। इन सुविधाओं से कोरोना महामारी से पीड़ितों का उपचार जारी है।