अभिभावक बोले-हर रोज पढ़ाई की डाल देते है वीडियो, प्रतिमाह माग रहे 1500 रुपये
प्राइवेट स्कूलों की लगातार बढ़ रही मनमानियों के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी के सामने समस्याएं रखी।
राज चौधरी, पठानकोट
प्राइवेट स्कूलों की लगातार बढ़ रही मनमानियों के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) सरदार जगजीत सिंह ने वीरवार को शहीद मक्खन सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जिलेभर के अभिभावकों की एक-एक कर समस्याएं सुनी। मौके पर 14 अभिभावकों ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी बारे अवगत करवाया। उनका मत था कि उनके बच्चे जिन प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करते है, वे पिछले तीन माह से बंद पड़े हुए हैं। प्रतिदिन कोई न कोई वीडियो शेयर कर दी जाती है तथा ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर प्रति माह 1500 रुपये स्कूल को जमा करवाने के लिए दबाव बनाया जाता है।
जब वह सरकार की हिदायतों की बात कहते है कि लॉकडाउन के दौरान तो सिर्फ ट्यूशन फीस लेने की हिदायतें है तथा इस फीस में से सिर्फ ट्यूशन फीस ली जाए तो इस पर भी उनकी ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया जाता। जिला शिक्षा अधिकारी ने अभिभावकों को स्पष्ट किया कि प्राइवेट स्कूलों द्वारा काटी गई स्लिप में कितने पैसे ट्यूशन फीस है, इस बात के लिए सबसे पहला कदम अभिभावकों को ही आगे उठाना होगा। इसके बाद भी यदि उनके साथ कोई धाधली होती है तो इस पर वह कड़ा एक्शन लेंगे।
दसवीं कक्षा के नतीजे अभी आए भी नहीं, प्राइवेट स्कूल आनलाइन के नाम पर माग रहे फीसें
अभिभावकों ने कहा कि दसवीं कक्षा की परीक्षा के अभी तक नतीजे नहीं आए हैं। सिर्फ कागजों में ही इन्हें प्रमोट किये जाने की बात कही जा रही है परंतु उक्त स्कूलों की ओर से अभी से आगामी कक्षा के लिए दाखिले तथा ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर उनके साथ लूट की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि जब तक विद्यार्थी ग्यारहवीं कक्षा में प्रमोट नहीं हो जाता, तब तक बच्चों के किसी भी तरह के पैसे उक्त स्कूलों में जमा न करवाएं जाएं।
120 विद्याíथयों ने किया सरकारी स्कूलों का रूख : डीइओ जगजीत सिंह
डीइओ सरदार जगजीत सिंह ने बताया कि उन्हें ज्वाइंन पठानकोट में बतौर जिला शिक्षा अधिकारी का पद ज्वाइन किये अभी 10 दिन ही बीते है। इस दौरान बच्चों की ओर से सरकारी स्कूलों का रूख किया गया है। आज एक ही दिन में 11 नए बच्चों के दाखिल होने पर जिला शिक्षा अधिकारी जगजीत सिंह ने अपने निजी फंड से उन्हें स्कूली बैग तथा पाठय सामग्री दी। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बेहद क्वालीफाइड अध्यापिक बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं तथा आगामी समय में बच्चों का भविष्य में स्वíणम बनेगा।