पठानकोट में सीमा पर पाकिस्तानी घुसपैठिया ढ़ेर
पठानकोट में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिये को मार गिराया।
जेएनएएन, पठानकोट। जिले के सीमावर्ती गांव सिंबल-स्कोल में शुक्रवार देर रात बीएसएफ ने पाकिस्तान की ओर से कंटीली तार पार कर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे एक संदिग्ध को मार गिराया। बीएसएफ ने पहले चेतावनी में हवा में फायर किया, लेकिन इसके बावजूद संदिग्ध भारत सीमा घुसने की कोश्ािश करता रहा। इसके बाद बरएसएफ जवानों ने उसे गोली मार दी।
बीएसएफ, पंजाब पुलिस और सेना ने शुक्रवार दोपहर से ही पठानकोट व पाक की सीमा से सटे क्षेत्र में चार संदिग्ध देखे जाने की सूचना के बाद सर्च ऑपरेशन छेड़ रखा था। सुरक्षा एजेंसियों को दोपहर एक बजे जब सूचना मिली थी कि पठानकोट के साथ सटे डमटाल (हिमाचल प्रदेश की पहाडिय़ों में) में कुछ संदिग्ध देखे गए हैं। यहां शाम तक सर्च ऑपरेशन चलता रहा। रात करीब 10 बजे बीएसएफ ने जैसे ही बॉडर पर हलचल देखी तो चेतावनी दी गई, लेकिन भारतीय सीमा में घुसा चला आ रहा था। इसके बाद बीएसएफ ने उसे मौके पर ही ढेर कर दिया।
जिस जगह पर संदिग्ध घुसपैठिया ढेर हुआ वह भारत की भूमि है।
इससे पहले चक्की पुल के समीप शुक्रवार सायं चार संदिग्ध देखे जाने की सूचना पर पंजाब पुलिस ने हिमाचल पुलिस के साथ सर्च अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने चक्की दरिया के किनारे सेना की फायरिंग रेंज व डमटाल पहाडिय़ों का भी चप्पा-चप्पा छाना।
सर्च ऑपरेशन के बाद एसएसपी राकेश कौशल ने बताया कि पुलिस को चक्की दरिया के समीप सैली कुलियां निवासी सुक्खा ने इशारों में बताया कि उसने चक्की पुल के समीप संदेहास्पद परिस्थितियों में घूमते हथियारों से लेस चार से पांच व्यक्तियों को देखा है। हालांकि सुक्खा शराब का आदी व गूंगा है, लेकिन पुलिस कोई जोखिम लेना नहीं चाहती थी, इसलिए पुलिस ने फायरिंग रेंज व डमटाल की पहाडिय़ों में हिमाचल पुलिस के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया।
एसएसपी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन में स्वाट टीम, कमांडो, डॉग स्क्वायड सहित पंजाब तथा हिमाचल पुलिस के लगभग चार सौ जवान थे। हिमाचल पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारी तथा हिमाचल पुलिस ने चक्की पुल से लेकर दुर्गा माता मंदिर तक सर्च ऑपरेशन चलाया। हिमाचल क्षेत्र के बॉर्डर को पूरी तरह से सील किया गया है। पुलिस को सख्त ऑर्डर किया गया है कि हर व्यक्ति पर निगाह रखी जाए। पुलिस ने पठानकोट से जालंधर की ओर जाने वाले वाहनों की डमटाल व कंदरोड़ी में नाकाबंदी कर दिनभर जांच की।
2001 में डमटाल के जंगल में छिपे आतंकियों ने किया था हमला
वर्ष 2001 में डमटाल के जंगल में छिपे आतंकियों ने फायङ्क्षरग रेंज स्थल पर ट्रेनिंग कर रहे सैनिकों पर हमला कर जवानों को शहीद कर दिया था। बाद में आतंकी हथियार छोड़कर फरार हो गए थे।