बेशहारा पशु कर धान की फसल को खराब, किसान परेशान
पूर्व जिला परिषद् सदस्य ठाकुर निर्मल सिंह और पूर्व जिला योजना बोर्ड और जिप मेंबर डा. बचन लाल ने कहा कि अकसर अपने बच्चों की तरह तैयार की गई फसल को बचाने के लिए किसानों को रातभर जागना पड़ता है।
संवाद सहयोगी, घरोटा: आर्मी कांप्लेक्स के नजदीक पड़ते दर्जनों गांवो में बेसहारा पशुओं के फसलों पर हमले के चलते किसान खासे परेशान है। रात को फसलों के बचाव के लिए वह पूरी रात खेतों में पहरा करने अथवा चक्कर काटने को बाध्य हैं। लाख कोशिश बावजूद भी हर रोज कहीं न कहीं से फसलों को नुकसान पहुंचा ही जाते है। जिस से किसान काफी चितित है।
बता दें कि घरोटा-पठानकोट मार्ग पर पड़ते आर्मी एरिया के नजदीक नौशहरा नलबंदा, सिबली जट्टा, सिबली गुज्जरां, नौरंगपुर, अजीजपुर, नाजोचक्क, लाहड़ी, मिरजापुर, दरसोपुर, ऐमां चांगा, पंजूपुर इत्यादि गांव स्थित है। यहां पर आये दिन अवारा पशुओं का हमला हो रहा है। प्रभावित किसान जसवंत सिंह, सत पाल, राज कुमार, सेवा सिंह, सतनाम सिंह, करनैल सिंह, जरनैल सिंह, हरबंस लाल, गुरजीत सिंह सोनू, सुखजिद्र सिंह, कुलबंत सिंह, प्रीतम टोनी, रविद्र कुमार, बस्सन सिंह, गिरधारी लाल, अजीत सिंह, प्रताप सिंह, सोहन सिंह, दिलबाग सैनी, सुखजिद्र सिंह, अजमेर पठानिया, बचन लाल ने बताया एक दशक से वह अवारा गाय, सूअर इत्यादि पशुओं से परेशान हैं। वह उनके खेतों में लगे धान और चारा इत्यादि की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान पहले ही आर्थिक मंदी के शिकार हैं। ऊपर से इस हमले ने तो किसानों की आस पर भी पानी फेर दिया है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग कर अवारा पशुओं पर अंकुश लगाने की गुहार लगाई है।
पूर्व जिला परिषद् सदस्य ठाकुर निर्मल सिंह और पूर्व जिला योजना बोर्ड और जिप मेंबर डा. बचन लाल ने कहा कि अकसर अपने बच्चों की तरह तैयार की गई फसल को बचाने के लिए किसानों को रातभर जागना पड़ता है। कई बार तो किसान रातभर लाठियां लेकर पशुओं के पीछे-पीछे कई किलोमीटर तक भागते रहते हैं।