फरीदानगर फीडर नहर में पानी आने से अस्थाई पुल से हुआ पानी ओवरफलो
राजीव महाजन, घरोटा, नरोट मेहरा फीडर नहर में आए आकस्मिक पानी के चलते फरीदानगर अ
राजीव महाजन, घरोटा, नरोट मेहरा
फीडर नहर में आए आकस्मिक पानी के चलते फरीदानगर अस्थाई पुल से पानी ओवरफलो हो गया। जिससे निक्टवर्ती सरकारी सीनियर सैकेडरी स्कूल कैंपस पानी में लपेट में आ गया। विद्यालय प्रांगण के अतिरिक्त कलासरूम में भी 3 फुट पानी भरने से विद्यालय में हडकंप मच गया। स्थानीय लोगों व ¨सचाई विभाग को सूचना मिलते ही उन्होंने आगे आकर बचाव प्रबंध किए। उधर विद्यालय पानी की लपेट में आने से बच्चों को 2 दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है। वहीं विधायक जो¨ग्रद्र पाल के अतिरिक्त ¨सचाई विभाग के एक्सईएन जगदीश राज, एसडीओ स¨रद्र कलेर, सहायक इंजीनियर सु¨रद्र, प्रदीप कुमार के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सैकेडरी र¨वद्र कुमार शर्मा, सहायक इंजीनियर लखवीर ¨सह, ¨प्रसिपल बलदेव राज, रजनीश कुमार समेत अन्य अधिकारीयों ने मौके पर पहुंच कर प्रभावित स्थल का निरीक्षण किया। जानकारी अनुसार नहर अपरबारी दोआब से निकलती मेन लाईन 9 नंबर से निकलती फीडर नहर होती हुई वाया डेहरीवाल, पंडिता दी कोठी, मुकीमपुर से होती हुई फरीदानगर के टेल पुल पर खत्म होती है। लंबे अर्से के उपरांत वीरवार सुबह 4 बजे के करीब पानी आया। फरीदानगर के निक्ट पाईपों का निर्माणधीन अस्थाई पुल के चलते पानी का बहाव सीनियर सैंकेडरी स्कूल की ओर हो गया। जिससे विद्यालय प्रांगण के अतिरिक्त कलास रूम भी पानी में डूब गए। यदि स्थानीय लोग सहायता को आगे न आते तो कई गुणा पानी विद्यालय कैंपस में घुस जाता। वही फरीदानगर गांव को भी नुकसान पहुंचने का अंदेशा था। वीरवार दोपहर तक भी डेढ़ फुट के करीब पानी था। ¨प्रसिपल बलदेव राज ने मांग करते हुए कहा कि जल्द बच्चों के भविष्य को देखते ऐसे प्रंबध किए जाये कि भविष्य में पुन: ऐसी घटना न घटित हो सके। सरपंच राज कुमारी, बलजीत कुमार, बलजीत ¨सह, स¨तद्र कुमार इत्यादि लोगों ने मांग की है कि उनकी समस्या का स्थाई समाधान किया जाये। जिससे मंडीकरण समस्या का हल हो सके। समस्या का होगा समाधान: जो¨गद्र पाल
विधायक जो¨गद्र पाल ने कहा कि पक्का पुल बनने तक अस्थाई प्रबंध किए थे। उन्होने समस्या के हल के लिए आदेश दे दिए है ताकि भविष्य में ऐसी घटना पुन: घटित न हो सके। विद्यालय में 2 दिन का अवकाश घोषित: डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी र¨वद्र शर्मा ने कहा कि विद्यालय पानी में डूबने से 2 दिन का अवकाश घोषित कर दिया है। वही उच्चाधिकारियों को इस संबंधी सूचित कर दिया है जिससे तकनीकी हल ढूंढ कर समस्या का समाधान किया जा सके। विभाग पहले ही उच्चाधिकारियों को कर चुका है सूचित: एक्सईएन
¨सचाई विभाग के एक्सईएन जगदीश राज ने कहा कि 400 क्यूसिक पानी से यह हाल है तो बरसात में बाढ़ का अधिक पानी आने से स्थिति क्या होगी। इसका अनुमान लगाया जा सकता है। वह इस संबधी पहले ही जिला प्रशासन, पुलिस व उच्चधिकारीयों को सूचित कर चुके है।