प्याज का शतक, लहसुन का दोहरा शतक, रसोई ने किया आउट
सलाद और तड़के प्याज तो गायब है ही। अब दाल से लेकर सब्जी में लगने वाले तड़के से लहसुन भी गायब हो रहा है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : सलाद और तड़के प्याज तो गायब है ही। अब दाल से लेकर सब्जी में लगने वाले तड़के से लहसुन भी गायब हो रहा है। एक सप्ताह में प्याज और लहसुन के दामों में 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। रसोई से प्याज और लहसुन गायब सा हो गया है। एक दिसंबर को मार्केट में प्याज 70 प्रति किलो की दर से बिक रहा था जो 6 दिसंबर को 110 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया। लहसुन भी 160 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 210 रुपये तक पहुंच गये। प्याज और लहसुन के रेट में एक दम से बढ़ोतरी होने के कारण मंडी में यहां पहले प्रति दिन 400 से 450 क्विटल प्याज की प्रतिदिन आमद होती थी, वह भी अब कम होकर 250 से 200 क्विटंल तक पहुंच गई है। गृहिणियों का रसोई बजट बिगड़ा
दो माह पहले सब्जियों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया था। सब्जियों से थोड़ी सी राहत मिली तो प्याज व लहसुन ने आंखों से आंसू निकाल दिए हैं। सरकार को प्याज के बढ़ते दामों पर नकेल कसने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।
मोनिका जंझुया, गृहिणी, विक्टोरिया एस्टेट, पठानकोट मजबूरी में बिगाड़ना पड़ रहा स्वाद
प्याज के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लोग प्याज के दामों को लेकर चिल्ला रहे हैं परंतु सरकार की ओर से इस पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। स्थिति यहां तक हो गई है कि गृहिणियों को मजबूरी में तड़के और सलाद से प्याज गायब करना पड़ रहा है। गृहिणी
प्रिया मेहरा, गृहिणी, राम नगर, पठानकोट प्याज के साथ लहसुन ने भी दिखाया रंग
प्याज के साथ-साथ लहसुन ने भी अपना पूरा रंग दिखा दिया है। जैसे-जैसे प्याज के दाम में उछाल आ रहा है, वैसे-वैसे लहसुन का रेट भी बढ़ता जा रहा है। प्याज और लहसुन रसोई के बजट से बाहर हो गया है जिस कारण अब गृहिणियां किलो की बजाय पाव में दोनों खरीद रही हैं।
मीनू, गृहिणी, मॉडल टाउन, पठानकोट टमाटर से चलाना पड़ेगा काम
घर चलाना हर दिन मुश्किल होता जा रहा है। दाल-रोटी के बंदोबस्त में ही दिन गुजर जाता है। इसलिए सोच लिया है कि जब तक प्याज व लहसुन के रेट कम नहीं होंगे तब तक यह दोनों वस्तुएं रसोई में नहीं लाएंगी। कम होंगे तो इसे दोबारा लाया जाएगा।
नीता रानी, गृहिणी, चार मरला, पठानकोट
इस माह प्याज की कीमत
तारीख मंडी के दाम
1 70
2 70
3 80
4 90
5 100
6 110 (रुपये प्रति किलो के हिसाब से परचून में बिका)
इस माह लहसुन का रेट
तारीख मंडी के दाम
1 160
2 180
3 180
4 200
5 220
6 210 (रुपये प्रति किलो के हिसाब से लहसुन मार्केट में बिका)
पांच महीनों में ऐसे बढ़े प्याज के दाम
जुलाई -20 से 25
अगस्त - 30-35
सितंबर -40 से 45
अक्तूबर-50 से 60
नवंबर-70 से 80
दिसंबर-100-110 मौसम और जमाखोरी की वजह से रेट में आया उछाल
शहर के म्यूनिसिपल बाजार स्थित 25 साल से सब्जियों के व्यापारी प्रदीप कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र के नासिक तथा राजस्थान में इस बारिश से प्याज की फसल खराब होने के कारण दामों में बढ़ोतरी हुई है। जमाखोरों ने किसानों से खेती के दौरान ही फसल खरीद ली थी जिसे अपने गोदामों में स्टोर कर लिया। विवाह- शादियों का सीजन होने के कारण मार्केट में प्याज की लागत ज्यादा है और आमद कम होने के कारण रेट लगातार बढ़ रहे हैं।