अंतरराज्यीय आवाजाही पर प्रतिबंध हटाने का आदेश
कोरोना वायरस के कारण एक राज्य से दूसरे राज्य में आवाजाही पर रोक लगाई गई थी।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : कोरोना वायरस के कारण एक राज्य से दूसरे राज्य में आवाजाही पर रोक लगाई गई थी। लोग अपने सगे-संबंधियों से कई महीनों से मिल नहीं पा रहे थे। दुख सुख में साझेदार नहीं बन पा रहे थे। यहां तक की कई बहनें रक्षाबंधन पर भी अपने भाई की कलाई पर राखी नहीं बांध पाई। अब गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्य सरकारों के गृह सचिव को आदेश जारी कर कहा है कि एक राज्य से दूसरे राज्य में आवाजाही पर प्रतिबंध को खत्म किया जाएं। इससे लोगों में खुशी की लहर है। पंजाब के कई शहर जिनकी सीमाएं जम्मू कश्मीर व हिमाचल प्रदेश से लगती हैं और वहां के नागरिकों को पड़ोसी राज्यों में जाने की इजाजत न मिलने पर कई तरह के नुकसान उठाने पड़ रहे थे। उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही उन्हें यह पाबंदी के सितम से छुटकारा मिलेगा। इन तीनों राज्यों में एक दूसरे की सीमाओं पर रहने वाले और कारोबार करने वाले नागरिकों को विशेष तौर पर यह नए आदेश किसी मरहम की तरह है। क्योंकि राज्य के प्रतिबंध की वजह से कई महीनों से यह अपने कारोबारी प्रतिष्ठानों से दूर रह रहे थे, जिसकी वजह से उन्हें लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा था। पड़ोसी राज्यों में रिश्तेदारी होने की वजह से कई रिश्तेदारों को एक दूसरे से मिले छह महीने बीत चुके है। अब उम्मीद कर रहे हैं कि वह अब एक दूसरे से मिल पाएंगे।
बहन से मिले छह माह बीत गए
नीरज गुलाटी पठानकोट निवासी।
मेरी बहन जम्मू में शादीशुदा है जिससे मैं कम से कम 2 महीने में एक बार मिल लेता था, लेकिन अब 6 महीने बीत चुके हैं। मैं उससे मिल नहीं पाया। इस बार राखी पर भी ना वह मेरे पास आ पाई ना मैं जम्मू जा पाया। अगर जम्मू सरकार इन आदेशों को मानती है तो मैं सबसे पहले जम्मू जाकर अपनी बहन को मिलूंगा। --------------
सीमाएं बंद होने से कारोबार ठप
विशाल अरोड़ा एक कारोबारी ने कहा कि मेरा जम्मू और हिमाचल में दवाइयों का कारोबार है, जिसकी वजह से मुझे जम्मू जाना पड़ता है। लॉकडाउन में जब राज्यों ने अपनी सीमाएं बंद कर दी थी उसके बाद मैं जम्मू और हिमाचल प्रदेश नहीं जा पाया। इस वजह से मुझे भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब जबकि केंद्रीय सरकार ने सभी प्रदेशों को सीमाएं खोलने के लिए कहा है तो मैं उम्मीद करता हूं कि यह पड़ोसी राज्य जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश भी केंद्र के आदेशों का पालन करेंगे और जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल होगी।