इधर, एनआरएचएम कर्मचारियों ने दीनानगर-अमृतसर नेशनल हाइवे किया जाम
एनआरएचएम कर्मियों ने रेगुलर करने की मांग को लेकर मंगलवार को पठानकोट-अमृतसर नेशनल हाइवे जाम किया वहीं पे कमिशन के विरोध में नर्सिंग स्टाफ भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया है।
संवाद सूत्र, पठानकोट :
एनआरएचएम कर्मियों ने रेगुलर करने की मांग को लेकर मंगलवार को पठानकोट-अमृतसर नेशनल हाइवे जाम किया, वहीं पे कमिशन के विरोध में नर्सिंग स्टाफ भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया है। दोनों के एक साथ हड़ताल पर होने की वजह से सेहत प्रबंधन द्वारा कामकाज को सुचारु ढंग से चला पाना मुश्किल होता जा रहा है। आने वाले दिनों में समस्या का समाधान न किया तो लोगों के लिए भारी परेशानियां पैदा हो जाएंगी। रेगुलर करने को लेकर पिछले 21 दिनों से हड़ताल कर रहे एनआरएचएम कर्मियों ने मंगलवार को दीनानगर-अमृतसर हाइवे पनियाड़ में जाम करके पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 18 साल से वह अपनी सेवाएं निभाते आ रहे हैं, मगर उनको रेगुलर नहीं किया जा रहा। जिस कारण सरकार के प्रति उनमें भारी रोष है।
उधर, हाइवे जाम होने के कारण यातायात पूरी तरह से बाधित हो गई। जिस कारण राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान कई लोग कर्मचारियों से उलझते हुए भी नजर आए। कर्मचारियों द्वारा दोपहर 12 से दो बजे तक चक्का जाम करके रखा गया। जिसमें जिला पठानकोट व जिला गुरदासपुर के समूह एनआरएचएम कर्मचारियों ने उपस्थिति दर्ज करवाई। जिला प्रधान पंकज ने बताया कि उनकी ओर से कोरोना काल के दौरान बढि़या सेवाएं दी गई थी। जिसके चलते सरकार द्वारा उन्हें प्रशंसा पत्र दिए गए थे, जिसको उनकी ओर से डीसी व विधायकों को वापस कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि गुरदासपुर के विधायक बरिदरमीत सिंह पाहड़ा द्वारा विश्वास दिलाया गया था कि रेगुलर करने की मांग को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तक पहुंचा दी गई है।
उधर, जिला नर्सिग एसोसिएशन की चेयरपर्सन सुषमा व प्रधान परमिद्र कौर ने कहा कि सरकार नर्सिंग कैडर की उचित मांगों को लागू करने में हिचकिचा रही है। समय-समय पर नर्सिंग स्टाफ ने सरकार को अपनी मांगों संबंधी अवगत करवाया परंतु हर बार आश्वासन ही दिया गया। उन्होंने कहा कि कच्चे मुलाजिमों को सरकार जल्द से जल्द पक्का करके समस्या का समाधान करे। मौके पर उपप्रधान बलजिद्र कौर, शिवानी, महासचिव नवजोत कौर, कैशियर वीना रानी, मुख्य सलाहाकार सुकृति, ज्योति बाला, अरुण कुमार, ज्योति व रणजीत कौर आदि मौजूद थे।