मुक्तेश्वर धाम कमेटी से मिले आरएसडी अधिकारी, नहीं बनी सहमति
शाहपुरकंडी बांध पर सीएम के दौरे और प्राचीन मुक्तेश्वर धाम को बचाने के प्रयास संबंधी बैठक का आयोजन रणजीत सागर बांध परियोजना के चीफ इंजीनियर जेएस नागी की अगुवाई में हुई।
संवाद सहयोगी, जुगियाल
शाहपुरकंडी बांध पर सीएम के दौरे और प्राचीन मुक्तेश्वर धाम को बचाने के प्रयास संबंधी बैठक का आयोजन रणजीत सागर बांध परियोजना के चीफ इंजीनियर जेएस नागी की अगुवाई में हुई। जिसमें अधिकारियों ने मुक्तेश्वर धाम की पूरी स्थिती का जायजा भी लिया। बैठक में मुक्तेश्वर धाम कमेटी के सदस्य भी मौजूद रहे। इस दौरान धाम को बचाने के लिए बनाए गए प्रपोजल नंबर 1 पर मंदिर कमेटी और बांध अधिकारियों की सहमति न बनने से यह बैठक विफल साबित हुई।
इस मौके पर कमेटी की ओर से मांग की गई कि प्रपोजल नंबर एक के मुताबिक मंदिर में 300 फीट ऊंची दीवार बना कर मंदिर को बचाया जाए ताकि मंदिर को झील के पानी से नुक्सान न हो और यहां श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला, पार्किंग, स्नान ग्रह आदि बनाए जा सकें। उन्होंने कहा कि बांध परियोजना द्वारा प्रपोजल नंबर 2 के अनुसार मंदिर को तो बचाया जा रहा है लेकिन एतिहासिक धरोहर को खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर बांध प्रशासन ने प्रपोजल नंबर एक पर काम नहीं किया तो कमेटी इस धरोहर को बचाने के लिए कड़ा संघर्ष करेगी। वहीं रणजीत सागर बांध परियोजना के चीफ इंजीनियर जेएस नागी ने कहा कि मंदिर को हर हाल में बचाया जाएगा। कमेटी की मांग विशेषज्ञों के पास भेजी जाएगी ताकि उसका उचित हल निकल सके। उन्होंने कहा कि कमेटी की मांग को पूरा करने के लिए कई अन्य पहलुओ को देखना भी जरूरी है। ऐसे में तकनीकी विशेषज्ञों के यह मांग भेजी जाएगी। इस मौके पर कमेटी सदस्य और बांध परियोजना के अधिकारी मौजूद थे।