बांध परियोजना के कार्यलयों के आसपास ग्रांउड होने के कारण जमीन मे समा जाता है पानी
आरएसडी अस्पताल शाहपुरकंडी टाउनशिप मे रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था न होने के कारण वर्षा के मौसम मे हजारों लाखों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है।
संवाद सहयोगी, जुगियाल : आरएसडी अस्पताल शाहपुरकंडी टाउनशिप मे रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था न होने के कारण वर्षा के मौसम मे हजारों लाखों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। सरकार की ओर से पानी को बचाने की मुहिम पूरे जोर शोर से चलाई जा रही है। बांध परियोजना के कर्मचारियों के लिए लगभग 50 कार्यालयों सहित लगभग दस हजार सरकारी आवासों सहित रणजीत सागर बांध परियोजना पर 25 बिस्तर व शाहपुर कंडीटाउन शिप मे 50 बिस्तरों के अस्पताल का निर्माण करवाया था। इसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग व्यवस्था रखने की जरूरत नही समझी। जिस कारण अब रणजीत सागर बांध परियोजना और शाहपुर कंडी बांध परियोजना सहित डैम साइट और उच्चा थड़ा मे ऐसी सुविधा ना होने के कारण हजारों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। रणजीत सागर बांध परियोजना के आरएसडी अस्पताल के एसएमओ डा. किरन बाला से दैनिक जागरण की ओर से चलाई गई मुहिम की सराहना की। बताया कि यह अस्पताल रणजीत सागर बांध परियोजना का है उनके द्वारा ही सारी सुविधा प्रदान की जाती है। बांध परियोजना के एसई हैड क्वाटर नरेश महाजन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि रणजीत सागर बांध परियोजना की सभी इमारतों के आसपास ग्राउडों है जिस कारण वर्ष का और अन्य पानी इन ग्राउडों की माटी मे समा कर धरती मे चला जाता है। दूसरा जब रणजीत सागर बांध परियोजना और शाहपुर कंडी बांध परियोजना के कार्यलयों का निर्माण हुआ था उस समय इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया और अब जब समय के अनुसार रेन वाटर हार्वेस्टिंग व्यवस्था की मांग बढ़ रही है और सरकार से इस सुविधा के लिए मांग की जाएगी।