मिडिल स्कूल हरदोसरन ने बेस्ट अवॉर्ड प्राप्त कर बढ़ाया धार क्षेत्र का मान
धार कलां तहसील के ब्लॉक एक के सरकारी मिडिल स्कूल हरदोसरन को बेस्ट अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया है।
संवाद सहयोगी, दुनेरा : धार कलां तहसील के ब्लॉक एक के सरकारी मिडिल स्कूल हरदोसरन को बेस्ट अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया है। इससे पूरे गांव में खुशी की लहर है। गांव वासियों का कहना है की सरपंच, पंचायत और स्कूल के शिक्षकों की मेहनत से यह संभव हो सका है। स्कूल की बेहतरी के लिए लोग भी कभी पीछे नहीं हटे हैं। पंजाब सरकार की ओर से बेस्ट अवार्ड पाने वाले मिडिल स्कूल को 90909 रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी।
2013 में धार पंचायत समिति को मिल चुका है राष्ट्रपति अवॉर्ड
स्कूल मैनेजमेंट कमेटी चेयरमैन करतार सिंह 2013 में धार कलां पंचायत समिति के चेयरमैन रहे हैं। उनकी देखरेख में बढि़या कार्यगुजारी के लिए पंचायत समिति धार कलां को राष्ट्रपति अवार्ड मिल चुका है। उस समय एसएमसी कमेटी के चेयरमैन करतार सिंह की पत्नी सुदर्शना देवी गांव की सरपंच थी। 2020 में भी सुदर्शना देवी ही गांव की सरपंच है। पंचायत समिति धार कलां को करतार सिंह की अध्यक्षता में राष्ट्रपति अवार्ड मिलने के बाद लोगों ने खुशी जताई है।
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ऐसे चुना जाता है बेस्ट स्कूल
स्कूल को बेस्ट अवार्ड के लिए चुने जाने के विषय में स्कूल इंचार्ज तेजेंद्र सिंह ने कहा कि समय-समय पर शिक्षा विभाग की विभिन्न टीमें टीम में स्कूलों का दौरा करती रहती है। स्कूलों के बुनियादी सुविधाओं, स्कूल के रिजल्ट और अन्य मापदंडों को देखकर स्कूलों की गणना होती है।
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बेस्ट अवार्ड का श्रेय स्कूल स्टाफ को: चेयरमैन
धार कलां तहसील के ब्लॉक 1 में पड़ते सरकारी मिडिल स्कूल हरदोसरन को बेस्ट अवॉर्ड के लिए चयनित किया गय है। करतार सिंह ने कहा कि स्कूल का सारा स्टाफ बहुत ही मेहनती है।
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इसलिए मिला बेस्ट अवार्ड
सरकारी मिडिल स्कूल हरदोसरन ब्लॉक धार-1 तहसील धार कलां को बेस्ट स्कूल अवार्ड मिलने के विषय में ग्राम पंचायत, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन,जंगलात विभाग ,एवं स्कूल के शिक्षकों का अहम योगदान है। स्कूल के मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन व पूर्व चेयरमैन पंचायत समिति धार कलां ठाकुर करतार सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से भले ही स्कूलों में फंडों की कमी रहती है मगर वह अपनी एव गांव के अन्य सहयोगियों की वित्तीय मदद से स्कूल में मरम्मत कार्य, स्कूल के पेंट सफेदी का कार्य, स्कूल की सफाई का कार्य, अपनी जेब से करवाते रहते हैं। स्कूल ग्राउंड में इंटरलॉक टाइल लगाने का कार्य ग्राम पंचायत की ओर से किया गया है। जिससे कि स्कूल की ग्राउंड में बरसाती पानी नहीं ठहरता है। इसके अलावा हर्बल गार्डन बनाने में स्थानीय वन विभाग का भी सहयोग है। इसके साथ साथ स्कूल के अन्य कई कार्यों में स्कूल स्टाफ अपनी जेब से पैसे खर्च करके स्कूल की जरूरतों को पूरा करते रहते हैं। जिस का यह नतीजा रहा कि आज इस स्कूल को व्यस्त स्कूल अवार्ड के लिए चुना गया है। कमेटी चेयरमैन करतार सिंह ने कहा कि इस सब के लिए ग्राम पंचायत वन विभाग एवं स्कूली स्टाफ का बहुत ही बड़ा योगदान है।
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तीन अध्यापकों के सहारे है बच्चों की शिक्षा
स्कूल में केवल तीन ही अध्यापक हैं। जो बच्चों को हिदी, इग्लिश व साइंस की शिक्षा देते हैं। तीनों अध्यापक सभी कक्षाओं के सभी विषयों को आपस में बांटकर बच्चों को पढ़ाते हैं। स्कूल इंचार्ज तेजेंद्र सिंह ने कहा कि बेस्ट स्कूल अवार्ड के लिए चुने जाने पर वह अपने स्टाफ एसएमसी कमेटी एवं शिक्षा विभाग के विशेष आभारी हैं। गांव में घर बहुत ही कम है और उसी हिसाब से बच्चों की संख्या भी स्कूल में कम है। लेकिन, फिर भी स्कूल को गांव का सहयोग हर समय मिलता रहता है। उन्होंने कहा कि यह स्कूल 2010 में अपग्रेड हुआ था।