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लापरवाही से हो रहे हादसे, सड़कें हो रही लाल

डमटाल हाईवे पर एक बस ने इसी माह की एक तारीख को बाइक सवार युवक को कुचल दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 07:30 AM (IST)
लापरवाही से हो रहे हादसे, सड़कें हो रही लाल
लापरवाही से हो रहे हादसे, सड़कें हो रही लाल

राज चौधरी, पठानकोट :

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डमटाल हाईवे पर एक बस ने इसी माह की एक तारीख को बाइक सवार युवक को कुचल दिया। हादसा शनिवार देर रात उस समय हुआ जब श्रीनगर से पीलीभीत जा रही एक बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगी कंक्रीट की दीवार से टकरा गई। इस दौरान एक बाइक सवार माडल टाउन पठानकोट निवासी सुभाष कुमार बस की चपेट में आ गया। दिसंबर व जनवरी महीने में देश के खतरनाक राजमार्गो पर इस प्रकार की दुर्घटनाएं आम हो चुकी हैं। खराब मौसम, जैसे- कोहरा व ओलावृष्टि के कारण जहा दृश्यता प्रभावित होती है। पुलिस विभाग के आकड़ों के अनुसार, कोहरा व धुंध के कारण वर्ष 2019 में वर्ष 2018 के मुकाबले सड़क हादसों में 25 फीसद का इजाफा हुआ है। वर्ष 2018 में जहा नवंबर से जनवरी तक

40 हादसे हुए वहीं वहीं वर्ष 2019 में इनकी संख्या 50 हो गई। 24 जुलाई 2019 : पठानकोट-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्कूली बच्चों से भरे आटो और बस की टक्कर में 9 बच्चे घायल हो गए थे। इस हादसे में आटो ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई थी।

28 जुलाई 2019 : रेलवे रोड पर एचआरटीसी की बस और ऑटो के बीच टक्कर हो गई। हादसे के दौरान आटो में चार सवारिया थी। आटो चालक को हलकी चोटें आई हैं।

17 जुलाई 2019 : एचआरटीसी की बस व कार की टक्कर में पठानकोट के एमडीके स्कूल के शिक्षक की मौत हो थी। छतवाल में हुए हादसे में एचआरटीसी के चालक के खिलाफ ओवरस्पीड का मामला दर्ज किया गया था।

11 जुलाई 2019 : सुजानपुर के ढाबा के पास पठानकोट-अमृतसर हाइवे पर स्थित सप्लाई डिपो के पास तेज रफ्तार एचआरटीसी बस ने आटो को टक्कर मार दी थी। इसमें सवार पाच महिलाएं व आटो चालक घायल हो गए थे।

21 जुलाई 2017 : एक टूरिस्ट बस की ट्रक के साथ टक्कर हो जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। 25 यात्री घायल हो गए थे। बस जम्मू से अमृतसर से जा रही थी। हादसे में यमुना ट्रैवेल्स की यह बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। हादसा चालक द्वारा बस को गलत साइड से निकालने के कारण हुआ।

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इसलिए हो रहे हादसे

=सड़कों पर लगातार बढ़ रहे वाहनों का बोझ

=यातायात नियमों के प्रति लोगों का खुद का संजीदा न होना

=बिना हेलमेट, मंजिल तक जल्द पहुंचने के लिए अफरा-तफरी

- फोन लगाकर और शराब पीकर गाड़ी चलाना

यह भी कारण

जिला पुलिस की ओर से इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा

=खराब ट्रैफिक सिग्नल

ब्लैक स्पाट पर सुरक्षा को लेकर अभी तक कोई खास प्रबंध नहीं किया जाना

नेशनल हाईवे पर अधिकतर स्थलों पर सूचना बोर्ड न होना

=पैदल रास्ता पार करने के लिए कोई जेब्रा लाइन न होना

=बीच सड़क गाड़ी रोक कर सवारियों को बिठाना

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पुलिस कर्मचारियों व ट्रैफिक लाइटों को तरसते चौक

जिले में कुछेक चौक ऐसे हैं, जहां दशकों बाद भी न तो यातायात पुलिस कर्मचारियों की तैनाती हो सकी है और न ही ट्रैफिक लाइटें लगाई जा सकी है। लगातार ऐसे हादसों के कारण इन चौकों-चौराहों का नाम खूनी चौकों के रूप में भी प्रचलित हो चुका है। ------------

खूनी चौक

हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जाने वाले माधोपुर-मामून डिफेंस रोड - ट्रैफिक लाइट न होना

-पंगोली चौक व पठानकोट-अमृतसर मार्ग पर स्थित सरना पुली-कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं

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आए दिन बना रहे सड़कें रक्त रंजित

जिले में 21 ब्लैक स्पाट

जिला में 21 ऐसे ब्लाक स्पाट हैं, जहां आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं।

-डिवीजन नंबर-एक स्थित काठ द पुल, कोर्ट कांप्लेक्स व टाइगर चौक है। थाना डिवीजन नंबर-2 में ट्रक यूनियन मोड़, धीरा पुल, गुरु रविदास चौक है। पठानकोट-जालंधर राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर स्थित थाना नंगल भूर के अधीन अड्डा नंगल भूर, कौंतरपुर है। थाना मामून के अधीन जंडवाल, छतवाल, थाना धारकलां के अधीन धार चौक, शाहपुरकंडी थाने के अधीन पंगोली चौक, चौक वाला खूह, तवी कालेज, थाना सुजानपुर स्थित पुल नंबर चार, पुल नंबर-5, थाना सदर के अधीन नरोट पुली, सरना पुल व थाना नरोट जैमल सिंह में कोहलियां मोड़ ऐसे स्थल हैं, जहां आए दिन हादसे होते हैं।

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वाहनों की संख्या

कुल वाहन 3.30 लाख

दो पहिया वाहन-1.98 लाख

चार पहिया वाहन-58 हजार

प्राइवेट बसें- 165

सरकारी बसें : 118

आटो = 3400

रजिस्टर आटो = 650 -------- इस प्रकार ले रही जान

जागरण सुरक्षा सप्ताह-संशोधित टेबल

साल -2018

कुल सड़क हादसे -139

मौतें- 110

गंभीर चोटें-49 दोपहिया वाहनों से मौत-37

दोपहिया वाहनों में घायल- 14

चौपहिया वाहनों में मौत-4

चौपहिया वाहनों के कारण घायल- 14 साल-2019

कुल सड़क हादसे- 119

मौतें- 92

गंभीर चोटें-53

दोपहिया वाहनों में मौत-54

दोपहिया वाहनों में घायल- 44

चौपहिया वाहनों में मौत-6

चौपहिया वाहनों के कारण घायल- 18

साल-2020

20 नवंबर तक -

कुल सड़क हादसों के मामले दर्ज- 61

मौतें-40

गंभीर चोटें-37

दोपहिया वाहनों में मौत-27

दोपहिया वाहनों में घायल- 18

चौपहिया वाहनों में मौत-8

चौपहिया वाहनों के कारण घायल- 13

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हादसों को नियंत्रित करने के लिए बनेगी योजना : एसएसपी

एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा कि जिला पुलिस की ओर से हर साल की तरह इस साल भी हादसों को रोकने के लिए बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में जिलाधीश संयम अग्रवाल, शिक्षा विभाग के डीईओ सेकेंडरी व डीईओ एलीमेंट्री के अतिरिक्त पुलिस के अफसरों को बुलाया जाएगा। इसमें देखा जाएगा कि किन-किन जगहों पर अवैध कब्जों को हटाना, साइनिग बोर्ड लगाना, पुलिस कर्मचारियों की तैनाती तथा अन्य पहलुओं पर खास तौर पर काम होगा।


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