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नरोट जैमल सिंह में 127 गांवों में कभी भी बंद हो सकती है बिजली, क्योंकि कंट्रोल रूम में टपक रहा पानी, तिरपाल से ढंकी अव्यवस्था

छत से पानी टपकने के कारण कंट्रोल रूम में पूरे क्षेत्र की सप्लाई एवं कंट्रोल करने के लिए रखे गए ब्रेकर को कर्मचारियों की ओर से मजबूरी हालातों में तिरपाल से ढंक कर रखना पड़ रहा है क्योंकि पानी से ब्रेकर खराब होने और यहां बिजली का करंट फैलने का खतरा बन जाता है। इन्हीं ब्रेकर के जरिए कंट्रोल रूम से पूरे क्षेत्र के 127 गांवों की बिजली सप्लाई नियंत्रित की जाती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 05:00 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 05:00 AM (IST)
नरोट जैमल सिंह में 127 गांवों में कभी भी बंद हो सकती है बिजली, क्योंकि कंट्रोल रूम में टपक रहा पानी, तिरपाल से ढंकी अव्यवस्था
नरोट जैमल सिंह में 127 गांवों में कभी भी बंद हो सकती है बिजली, क्योंकि कंट्रोल रूम में टपक रहा पानी, तिरपाल से ढंकी अव्यवस्था

दीपक कुमार, बमियाल : नोरट जैमल सिंह में स्थित बिजली दफ्तर की इमारत तो पहले ही खराब है, ऊपर से बारिश ने और बुरा हाल कर दिया है। इमारत की छत से पानी टपक रहा है। मौत के साए में बिजली कर्मचारी काम करने को विवश हैं। बुधवार को बिजली कार्यालय की स्थिति ऐसी बन गई कि कंट्रोल रूम में रखे गए ब्रेकर को बारिश के पानी से बचाने के लिए तिरपाल से ढंकना पड़ा। एसडीओ कार्यालय से लेकर रिकार्ड रूम, कैश काउंटर रूम, कंट्रोल रूम व हर जगह इमारत की छत से पानी टपक रहा है। असुरक्षित हो चुकी इमारत की हालत को देखकर सहजता से ही अंदाजा लगाया जा सकता है यहां बरसात के दिनों में कर्मचारी किस स्थिति में काम करते होंगे।

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बिजली विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि छत से टपकते पानी के कारण रिकार्ड को संभालना मुश्किल हो रहा है। कंप्यूटर इत्यादि खराब होने का खतरा बना हुआ है। सबसे बड़ी समस्या का सामना बिजली कार्यालय के कंट्रोल रूम के कर्मचारियों को करना पड़ रहा है यहां छत से पानी टपकने के कारण कंट्रोल रूम में पूरे क्षेत्र की सप्लाई एवं कंट्रोल करने के लिए रखे गए ब्रेकर को कर्मचारियों की ओर से मजबूरी हालातों में तिरपाल से ढंक कर रखना पड़ रहा है, क्योंकि पानी से ब्रेकर खराब होने और यहां बिजली का करंट फैलने का खतरा बन जाता है। इन्हीं ब्रेकर के जरिए कंट्रोल रूम से पूरे क्षेत्र के 127 गांवों की बिजली सप्लाई नियंत्रित की जाती है।

वहीं बिजली कार्यालय का परिसर पानी की निकासी न होने के कारण तलाब का रूप ले चुका है। विभागीय कर्मचारियों की माने तो पिछले लंबे समय से इमारत की मरम्मत के लिए कोई भी फंड नहीं आया है जिस वजह से हालत बदतर हो चुकी है।

दिक्कत के बारे में उच्च अधिकारियों को लिखा है: एसडीओ

विभाग के एडिशनल एसडीओ बोधराज ने कहा कि बारिश के बाद बिजली कार्यालय की इमारत में जगह-जगह पानी टपकने के कारण दिक्कत उठानी पड़ती है। रिकॉर्ड खराब होने का खतरा बना हुआ है। हालात के बारे में उच्च अधिकारियों को लिखा गया है।


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