दो माह से बंद पठानकोट-जोगिद्रनगर नैरोगेज रेल सेवा आठ से होगी शुरू
पठानकोट- जोगिद्रनगर नैरोगेज रेल सेक्शन पर यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों के लिए राहत की बात है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट
पठानकोट- जोगिद्रनगर नैरोगेज रेल सेक्शन पर यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों के लिए राहत की बात है। पिछले दो महीनों से बाधित चल रहे पठानकोट- जोगिद्रनगर रेल सेक्शन पर अगले सप्ताह से रेल सेवा पूरी तरह से बहाल हो जाएगी। विभाग की और से लैंडस्लाइडिग से प्रभावित हुए ट्रैक की मरम्मत का काम लगभग पूरा हो चुका है। विभागीय स्तर पर उम्मीद जताई जा रही है नवरात्रों के बीच ही गाड़ियों को ज्वालामुखी रोड़ की बजाय जोगिद्रनगर तक भेज दिया जाएगा। ट्रेनें जोगिद्रनगर तक जाने के बाद यहां देश के विभिन्न राज्यों से नवरात्रों पर हिमाचल में पांचों देवियों के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी, वहीं पठानकोट से हिमाचल प्रदेश को जाने व आने वाले यात्रियों को भारी राहत मिलेगी। अगले हफ्ते से जोगिद्रनगर तक रेल सेवा बहाल होने की पुष्टि पीडब्ल्यूआइ (पब्लिक वर्कर्स इंस्पेक्टर) अजय गुप्ता ने की।
जानकारी के अनुसार बीती 7 फरवरी को पठानकोट-जोगिद्रनगर नैरोगेज रेल सेक्शन के बीच कोपरलाहड़-ज्वालामुखी के बीच लैंड स्लाइडिग के चलते ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया था। विभाग की ओर से 6 फरवरी को शुरु की गई एक्सप्रेस ट्रेन भी केवल अपने ट्रायल दौरे के बाद बंद हो गई थी। इसके इलावा सेक्शन पर चलने वाली सात ट्रेनों में से दो ट्रेनें बंद पड़ी है। जबकि, बाकी ट्रेनें भी जोगिद्रनगर की बजाय केवल ज्वालामुखी स्टेशन तक ही चल रही है। रेल सेक्शन बाधित होने के कारण यहां यात्रियों को बसों में सात गुणा अधिक किराया खर्च करना पड़ रहा है वहीं पठानकोट के कारोबार पर भी इसका भारी असर पड़ रहा है।
रेल सेक्शन बाधित होने के कारण बसों में सात गुणा अधिक किराया खर्च कर रहे यात्री प्रदीप अंगुराला, किशन चंद, जगमोहन शर्मा, कपिल ने बताया कि बस और रेल के किराए में सात गुणा फर्क है। रेल सेवा बाधित होने के कारण वह मजबूरी में सात गुणा अधिक किराया खर्च कर रहे हैं। इससे यहां उन्हें असुविधा होती है, वहीं आर्थिक तौर पर भी नुक्सान होता है।
उन्होंने कहा कि नवरात्रों में रेल सेक्शन शुरु होने से देश के विभिन्न राज्यों से हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर माथा टेकने वालें श्रद्वालुओं को भी भारी राहत मिलेगी। व्यापार मंडल के प्रधान नरेश अरोड़ा, चेयरमैन चाचा वेद प्रकाश, सीनियर वाइस प्रधान अमित नय्यर, महासचिव राजेश पुरी, रेडीमेड गारमेंटस यूनियन के प्रधान मनमहेश बिल्ला ने बताया कि एक तो पहले ही कारोबार मंदा चल रहा है उपर से रही सही कसर नैरोगेज सेक्शन की गाड़ियां बाधित होने से पूरी हो जाती है। उन्होंने कहा कि दो महीनों से हिमाचल की गाड़ियां बाधित होने के कारण शहर का कारोबार भी कम हुआ है। क्योंकि, शहर का करीब आधा कारेाबार हिमाचल प्रदेश पर निर्भर है। ऐसे में ट्रेनें न चलने से लोग खरीददारी करने के लिए नहीं आ रहे।
रेलवे के पीडब्ल्यूआइ (पब्लिक वर्कश इंस्पेक्टर) अजय गुप्ता से बात की तो उनका कहना था कि कोपरलाहड़ और ज्वालामुखी स्टेशनों के बीच बाधित ट्रैक को ठीक करने का काम तेजी से किया जा रहा है। उम्मीद है कि अगले चार से पांच रोज के बीच काम पूरा हो जाएगा जिसके बाद ट्रेनों को ज्वालामुखी रोड की बजाय सीधे जोगिद्रनगर तक भेजा जाएगा।