जीवन के असली लक्ष्य से भटक चुका है मनुष्य: भाई सतनाम सिंह
पंथ के प्रसिद्ध कथावाचक व प्रचारक भाई सतनाम सिंह धामी ने बाणी की व्याख्या करते हुए कहा कि आज मनुष्य पांच विकारों काम क्रोध लोभ मोह व अहंकार में फंस कर अपने जीवन के असली लक्ष्य से भटक चुका है। इसके पश्चात भाई दातार सिंह के रागी जत्थे ने रसमयी कीर्तन कर संगत को निहाल किया।
संवाद सहयोगी, पठानकोट: सरबत खालसा संस्था की ओर से संस्था के मुख्य प्रबंधक जत्थेदार गुरदीप सिंह गुलाटी की देख रेख में स्थानीय गुरुद्वारा सिंह सभा अबरोल नगर में साप्ताहिक गुरमत समागम आयोजित किया गया। पंथ के प्रसिद्ध कथावाचक व प्रचारक भाई सतनाम सिंह धामी ने बाणी की व्याख्या करते हुए कहा कि आज मनुष्य पांच विकारों काम, क्रोध, लोभ, मोह व अहंकार में फंस कर अपने जीवन के असली लक्ष्य से भटक चुका है। इसके पश्चात भाई दातार सिंह के रागी जत्थे ने रसमयी कीर्तन कर संगत को निहाल किया। संस्था के मुख्य प्रबंधक जत्थेदार गुरदीप सिंह गुलाटी और मुख्य वक्ता मास्टर चन्नण सिंह ने संगत को अमृत छक कर गुरु वाले बनने के लिए प्रेरित किया। अंत में गुरु साहिब का लंगर अटूट वितरित किया गया।
इस अवसर पर बलजीत सिंह खालसा,मास्टर चन्नण सिंह, गुरशरण सिंह, जगदीश सिंह, परमजीत सिंह, रितु कौर सेठी,भुपिद्र कौर, अमरजीत सिंह, गुरजीत सिंह, जत्थेदार कुलवंत सिंह, परमजीत सिंह, गुरनाम सिंह, अजीत सिंह, परमजीत कौर, सतनाम कौर, ज्ञान सिंह छाबड़ा, हिम्मत सिंह, हरभजन सिंह, हरसिमरनजीत सिंह, सुच्चा सिंह गोराया, गुरशरण सिंह, सुरिन्द्र सिंह बिट्टू, एडवोकेट जगदीश सिंह, दविदर सिंह बाबा, ज्ञानी खड़क सिंह, सुखवंत सिंह, सुरजीत सिंह, रघुबीर सिंह, कश्मीर सिंह, डा. बलबीर सिंह, नरिदर सिंह, गुरदेव सिंह, जगदेव सिंह, सुरजीत सिंह बाजवा, सुरिदर सिंह मठाड़ू, गुरदीप सिंह, रणजीत कौर, कमलजीत कौर, सुरिदर कौर, निर्मलजीत कौर, रविदर कौर, सुखवंत कौर, मनजीत कौर, रितु सेठी, कमलेश कौर इत्यादि उपस्थित थे।