धीमी लिफ्टिग के चलते बरसात में भीग रहा अनाज
सीमावर्ती क्षेत्र की अनाज मंडियों में धीमी लिफ्टिग के कारण अनाज खुले आसमान के नीचे पड़ी बोरियों में आए दिन बेमौसम बरसात के कारण भीग रहा है जिसके चलते सरकारी एजेंसियों की ओर से खरीदी हुई गेहूं की फसल पर खराब होने का खतरा मंडरा रहा है।
संवाद सहयोगी, बमियाल : सीमावर्ती क्षेत्र की अनाज मंडियों में धीमी लिफ्टिग के कारण अनाज खुले आसमान के नीचे पड़ी बोरियों में आए दिन बेमौसम बरसात के कारण भीग रहा है, जिसके चलते सरकारी एजेंसियों की ओर से खरीदी हुई गेहूं की फसल पर खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। पिछले कुछ दिनों से अचानक हो रही बारिश के चलते खुले आसमान के नीचे पड़ी गेहूं की फसल काफी हद तक पानी में भीग चुकी है। फसल को बारिश से बचाने के पुख्ता इंतजाम भी दिखाई नहीं दे रहे हैं। मौजूदा समय में नरोट जैमल सिंह की अनाज मंडियों में एफसीआइ की ओर से लगभग 34 प्रतिशत फसल की लिफ्टिंग की गई है। वहीं पनसप की ओर से करीब 42 प्रतिशत फसल की लिफ्टिग की है। ऐसा ही हाल बमियाल की अनाज मंडियों का है। यहां मार्कफेड की ओर से लगभग 60 प्रतिशत फसल उठाई गई है व पनसप द्वारा 42 प्रतिशत फसल को संभाला गया है। रवि कुमार, विष्णु शर्मा, पंकज कुमार, मंगल राम ने कहा कि लेबर की कमी के चलते फसल की लिफ्टिग का काम कछुआ चाल चल रहा है। ऐसे में अगर आगामी दिनों में भी बेमौसम बारिश होती है तो फसल के अधिक खराब होने से इनकार नहीं किया जा सकता। ग्रामीणों ने मांग की है कि संबंधित विभाग समय रहते मंडियों में पड़ी फसल को उठाकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाए।