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सरकार काले कानून को खत्म करें: रमेश

इंडियन फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन ने सरकारों के खिलाफ रोष जताया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 05:59 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 05:59 PM (IST)
सरकार काले कानून को खत्म करें: रमेश
सरकार काले कानून को खत्म करें: रमेश

संवाद सहयोगी, पठानकोट :

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इंडियन फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन ने सरकारों के खिलाफ रोष जताया। मलिकपुर में यूनियन के प्रांत उपाध्यक्ष कामरेड रमेश राणा, इफ्टू के जिलाध्यक्ष संसार सिंह, विजय कुमार, कमल किशोर, मुखत्यार सिंह के नेतृत्व में मजूदरों ने रैली निकाली निकाली गई। रमेश राणा ने कहा कि मोदी सरकार के दोबारा सता में आने के बाद देश में बनने वाली नीतियों में मजदूर-कर्मचारी-किसानों को अनदेखा कर दिया है। देश में बनने वाली प्रत्येक नीति देश के अमीर घरानों को लाभ पहुचाने के लिए बनाई जा रही है। देश में कोरोना वायरस के फैलाव दौरान मोदी सरकार द्वारा इसका लाभ उठाते हुए मजदूरों की बेहतरी के लिए बने 44 कानूनों को 4 कोड में तबदील करके लोक विरोधी फैसला लिया गया है। इन कानूनों कारण मजदूरों की लूट ने ओर तेज होना है। सरकार देश में किसानों को खत्म करने के लिए एक तरफ तीन खेती संबंधी कानून बनाकर किसानी को खत्म करने की तरफ चल पड़ी। दूसरी ओर इनके साथ ही आम लोगों को बिजली बिल पर मिलती सबसिडी को खत्म करने के लिए बिजली बिल 2020 भी पास करने की तरफ बढ़ रही है। कर्मचारियों को मिल रहे भत्तों पर कट लगाया जा रहा है, आशा वर्करों व फैसलीटेटर्ज यूनियन को कम से कम उजरत कानून तहत 18 हजार प्रति माह देने से टाल मटोल किया जा रहा है। पंजाब के किरत विभाग द्वारा उसारी किरतियों को मिल रही सहुलतों का एक भी नया रुपैया नहीं दिया गया है। उक्त प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर यह सोध को वापिस न लिया गया तो इसके खिलाफ संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा। इस मौके जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश, ग्रामीण मजदूर यूनियन के जिला नेता सूरत सिंह, जिला नेता प्रताप सिंह, जोनी, राम लाल, रजनी, बबीता, नीलम कानवां, कांता, सपना, नीलम, सुमन, पूनम, आशा, सुनीता, नरेश कुमारी सहित आदि मौजूद थे।


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