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सिविल अस्पताल में एक सप्ताह तक नहीं होंगे ऑपरेशन, स्वास्थ्य विभाग ने सिविल अस्पताल प्रबंधन को लिखी चिट्ठी

पंजाब के कई अस्पतालों में ऑपरेशन थीएटरों में काम करने वाले सर्जन सहित कई सेहत कर्मी पॉजिटिव पाए जाने पर विभाग ने इलेक्टिव सर्जरी पर एक सप्ताह के लिए रोक लगा दी है

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 03:48 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 03:48 PM (IST)
सिविल अस्पताल में एक सप्ताह तक नहीं होंगे ऑपरेशन, स्वास्थ्य विभाग ने सिविल अस्पताल प्रबंधन को लिखी चिट्ठी
सिविल अस्पताल में एक सप्ताह तक नहीं होंगे ऑपरेशन, स्वास्थ्य विभाग ने सिविल अस्पताल प्रबंधन को लिखी चिट्ठी

संवाद सहयोगी, पठानकोट : पंजाब के कई अस्पतालों में ऑपरेशन थीएटरों में काम करने वाले सर्जन सहित कई सेहत कर्मी पॉजिटिव पाए जाने पर विभाग ने इलेक्टिव सर्जरी पर एक सप्ताह के लिए रोक लगा दी है। इसी तरह सिविल अस्पताल पठानकोट के भी सर्जन व सेहत कर्मी पॉजिटिव पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग ने एक चिठ्ठी सिविल अस्पताल पठानकोट प्रबंधन को ऑपरेशनों की रोक संबंधी भेजी गई है। इसमें सिर्फ इमरजेंसी के दौरान होने वाले सिजेरियन व अपेंडिक्स ऑपरेशनों के लिए ही लिखा हुआ है। परंतु सिविल अस्पताल प्रबंधन रूटीन वाइज लोगों के ऑपरेशन करने में लगा हुआ है। जबकि विभाग ने अगले आदेशों तक ऑपरेशनों पर रोक लगाई हुई है। कोविड-19 के चलते लोगों की जिदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है।

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रोजाना चार से पांच हो रहे ऑपरेशन

सिविल अस्पताल पठानकोट के ऑपरेशन थीएटर में पित्ते की पत्थरी, रसोली, बच्चे दानी की रसोली, हर्निया सहित कई प्राकर के ऑपरेशन किए जा रहे है। यह ऑपरेशन सिविल में रोजाना हो रहे है। इससे कोरोना संकट में मरीजों की ही नहीं बल्कि ऑपरेशन करने वाले पूरे स्टाफ को इसके घातक परिणाम भुगतने पड़ सकते है और बाद में इनकी जान पर कोई आफत आती है तो इनका कोई जिम्मेदार नहीं होगा, जोकि एक बड़ी लापरवाही है।

क्या होती है इलेक्टिव सर्जरी

विभाग ने जिस इलेक्टिव सर्जरी पर रोक लगाई है, उसमें बच्चेदानी की रसोली, पित्ते की पत्थरी, हर्निया, रसोली जैसी इलेक्टिव सर्जरी होती है। विभाग ने सिर्फ अपेंडिक्स व सिजेरियन के लिए परमिशन दी हुई है। लेकिन इसके उल्ट हो रहा है। सिविल अस्पताल प्रबंधन सभी ऑपरेशनों को रूटीन वाइज किए जा रहा है।

पहले होते थे आठ के करीब ऑपरेशन लॉकडाऊन से पहले एक दिन की सिविल अस्पताल पठानकोट के ऑपरेशन थीएटर की औसतन आठ के करीब थी और एक माह के ऑपरेशनों की औसतन 250 के करीब होती थी। लेकिन कोरोना संकट के चलते लॉकडाऊन के बाद इस औसतन में कमी आई है। अब रोजाना चार से पांच ऑपरेशन हो रहे है।

सिविल सर्जन ने नहीं उठाया फोन

सिविल अस्पताल पठानकोट के सिविल सर्जन डॉ. भूपिद्र सिंह से जब रोजाना के हो रहे ऑपरेशनों और चिठ्ठी के दौरान आगामी दिनों की ऑपरेशनों संबंधी तारीख देने पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।


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