कई वर्षों के बाद भी नहीं खोला गया सरकारी प्राइमरी स्कूल का ताला
जिला पठानकोट के नीम पहाड़ी क्षेत्र के अधीन पड़ते गांव धलोट पंचायत टुप्पर मे पिछले कई वर्ष से बंद पड़े सरकारी प्राइमरी स्कूल को खुलवाने की मांग की गई।
संवाद सहयोगी दुनेरा : जिला पठानकोट के नीम पहाड़ी क्षेत्र के अधीन पड़ते गांव धलोट पंचायत टुप्पर मे पिछले कई वर्ष से बंद पड़े सरकारी प्राइमरी स्कूल को खुलवाने की मांग की गई। गांव के सरपंच जोगिदर सिंह व गांव निवासी सुभाष सिंह, सुखविदर सिंह, सुमेलदीन, पुष्पा देवी, प्रवेश कुमारी, गोवर्धन सिंह, कुलदीप सिंह, चैन सिंह, हरविदर सिंह, दिनेश सिंह, देव राज महाजन ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने के बाद भी हमारे गांव के हालात नहीं सुधरे है। पंचायत टुप्पर को हमेशा अनदेखा किया गया है। 500 से अधिक आबादी की इस पंचायत टुप्पर का एक मात्र सरकारी प्राइमरी स्कूल धलोट करीब 13 वर्षो से बंद होने कारण यहां के छोटे-छोटे बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए पांच किलोमीटर पैदल चलकर दुनेरा में व हिमाचल के प्राइवेट स्कूलों में फीस भरने को मजबूर होना पड़ रहा है। गांव में न तो कोई स्वास्थ्य सुविधा है और न ही कोई और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्कूल को शिक्षक न मिलने के कारण स्कूल को बंद कर दिया गया है, जिसके कारण गांव के बच्चे हिमाचल में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में बच्चों को परेशानी हो रही है। कई वर्षों से गांव के इकलौते सरकारी प्राइमरी स्कूल में कोई शिक्षक न भेजने के कारण स्कूल की इमारत को ताला लगा हुआ है। गांव में आंगनबाड़ी केंद्र तक नहीं है, जबकि स्कूल की खाली इमारत होने का हर कोई लाभ उठाने से गुरेज नहीं करता। खुला स्थान गाड़ियों के पार्किंग के लिए भी उपयोग किया जाता है। लोगों ने मांग की कि विभाग द्वारा गांव में आकर पंचायत से संपर्क करें, ताकि स्कूल को दोबारा सही ढंग से शुरू किया जा सके।