अच्छी खबर: कोरोना संक्रमण और मौत जीरो बुरी खबर: वैक्सीन स्टाक और वैक्सीनेशन भी जीरो
वीरवार को जिले में एक भी कोविड वैक्सीनेशन कैंप नहीं लगा और सभी सेंटर खाली रहे। इस कारण वैक्सीनेशन भी जीरो रही। बंद सेंटरों से लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा। जिले के सेहत अधिकारियों की माने तो वैक्सीन कब आएगी इसके बारे में उन्हें भी कुछ नहीं पता क्योंकि अभी तक सेहत विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा जिला सेहत विभाग को वैक्सीन ले जाने के लिए नहीं बोला गया है।
संवाद सहयोगी, पठानकोट: जिले में वैक्सीन का संकट जारी है। बुधवार को पांच दिन बाद जिले में कोविशील्ड वैक्सीन पहुंचे थी जो कि कुछ ही घंटों में खत्म हो गई थी। जिला सेहत विभाग के पास अब एक भी डोज नहीं बची है। वहीं राहत की खबर यह है कि वीरवार को जिले में एक भी कोरोना संक्रमण का केस नहीं पाया गया है। सेहत विभाग की रिपोर्ट के अनुसार वीरवार को न कोई मौत हुई है और न ही कोई संक्रमित पाया गया है, जबकि एक्टिव केस इस समय 16 हैं।
वीरवार को जिले में एक भी कोविड वैक्सीनेशन कैंप नहीं लगा और सभी सेंटर खाली रहे। इस कारण वैक्सीनेशन भी जीरो रही। बंद सेंटरों से लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा। जिले के सेहत अधिकारियों की माने तो वैक्सीन कब आएगी इसके बारे में उन्हें भी कुछ नहीं पता क्योंकि अभी तक सेहत विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा जिला सेहत विभाग को वैक्सीन ले जाने के लिए नहीं बोला गया है। ऐसे अनुमान लगाया जा रहा है दो दिन तक वैक्सीनेशन नहीं होगी। इससे पहले वैक्सीन रोजाना पहले 40 सेहत सेंटरों पर कोविड टीका लगाया जा रहा था। वैक्सीन संकट के चलते सभी जगह सेंटर बंद रहे। लोग सेंटरों पर आते रहे लेकिन वहां कोई कर्मी सेंटर पर वैक्सीन वाला नहीं दिखा, क्योंकि विभाग के पास वैक्सीन ही नहीं है, जिस वजह से सेंटर बंद रखने पड़े। वेटरनरी अस्पताल का वैक्सीनेशन सेंटर दरवाजा भी बंद मिला। जैसे ही वैक्सीन आएगी लोगों को बता दिया जाएगा
जिला टीकाकरण अफसर डा. दरबार राज ने कहा कि अभी चंडीगढ़ से वैक्सीन लेने के लिए कोई फोन या फिर कोई एसएमएस नहीं आया। जैसे ही ऊपर से वैक्सीन ले जाने संबंधी बोला जाएगा तो यहां से सिविल अस्पताल से कर्मचारी को भेज दिया जाएगा और लोगों को वैक्सीन आने संबंधी सूचना दे दी जाएगी।