मां दुर्गा का रूप अवतार कहलाती हैं बेटियां
पीटीके-23 से 2 हहिहहिि
प्रेम कतनौरिया, पठानकोट
माता दुर्गा रूप अवतार कहलाती हैं बेटियां,गंगा सी पवित्र व उज्ज्वल होती हैं बेटियां, खुशनसीब के घर जन्म लेती हैं बेटियां,मां का प्रतिरूप और पिता का गरूर होती हैं बेटियां ..। दुर्गा अष्टमी व रामनवमी के पवित्र पर्व पर सेहत विभाग द्वारा यह संदेश जन-जन तक पहुंचाने के उदेश्य से पठानकोट सिविल अस्पताल प्रबंधन ने नवरात्रों की नवजन्मी 31 कन्याओं का पूजन किया। इस पूजन की रस्म अदा एसएमओ डॉक्टर भूपिन्द्र ¨सह तथा इन्हरव्हील क्लब ग्रेट की अध्यक्ष करिश्मा अग्रवाल द्वारा की गई।
इस अवसर पर प्रबंधन ने नवजन्मी कन्याओं को बेबी किटें व खिलौने भेंट करने के साथ उनको लाल रंग की चुनरी ओढ़ाकर उन्हें दक्षिणा भेंट के रूप में 101 रुपये की नकद राशि एवं खिलौने भी भेंट किए गए। जबकि मौके पर मौजूद कन्याओं की माताओं,मरीजों एवं अस्पताल स्टाफ को प्रसाद भी बांटा गया। बता दें कि अस्पताल प्रबंधन हर वर्ष इस दिन कंजक पूजन कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है, ताकि बेटों और बेटियों के बीच औसत दर कम हो सके। मंगलवार को यह कार्यक्रम सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कांसरा के दिशानिर्देशों अनुसार आयोजित हुआ।
एसएमओ डाक्टर भूपिन्द्र ¨सह नें कहा कि हम सब आज के दिन दुर्गा अष्टमी व रामनवमी पर बढ़चढ़ कर पूजा अर्चनाएं कर रहे हैं। हमारी यह पूजा तभी सफल है जब हम लड़का-लड़की के बीच कोई भेद-भाव नहीं समझेंगे। भ्रूण हत्या की सोच तक अपने मन में नही लाएंगे। चूंकि बेटियां घर की शान ही नहीं पूज्यनीय भी होती हैं। उन्होंने सभी कन्याओं के परिजनों को बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ का संदेश देकर प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि पठानकोट के आंकड़ों अनुसार ¨लग अनुपात में पहले से बेहतर सुधार हो गया है। एक हजार के पीछे अब लड़कियों की संख्या 906 रह गई है जो शीघ्र ही बराबरी पर आ जाएगी। इस मौके पर विद्याधर,गौरव शर्मा,सीनियर फार्मासिस्ट मनोहर ओबराय, मिन्टू, बबली, अंकुश महाजन आदि मौजूद थे।
सिविल में 2 कन्याओं व 8 नन्हों की गूंजी किलकारियां
एसएमओ डॉ. भूपिन्द्र ¨सह ने बताया कि दुर्गा अष्टमी व रामनवमी पर अस्पताल में दो फीमेल तथा आठ मेल बच्चों का जन्म हुआ है। यह सभी बच्चे बीती रात बारह बजे और दोपहर बारह बजे के बीच हुए हैं। सभी बच्चे व उनकी माताएं पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
किसी ने दुर्गा तो किसी ने राम का रूप बताया
मंगलवार को सिविल नवजन्मी कन्याओं की एक ही विचारधारा वाली माताओं आशा निवासी गांव सरना तथा नीलम निवासी गांव मनवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनकी कोख से जन्म लेने वाली कन्याएं साक्षात मां दुर्गा का रूप है। चूंकि वह मानती है कि इन कन्याओं को जन्म दुर्गा अष्टमी के पर्व पर हुआ है। इसी प्रकार गांव शेरपुर निवासी शालू बाला तथा गांव बरोट हिमाचल प्रदेश निवासी चंपा देवी ने बताया कि आज रामनवमी का बड़ा दिन है। इस दिन जन्मे उनके बच्चे प्रभु राम का आशीर्वाद हैं।