खनन से खाल दरिया का घाट हुआ गहरा
खाल दरिया पर घाट न होने के कारण लोग श्मशनघाट जाने के बाद गहरे पानी में नहाने को बाध्य है। माइनिग के चलते दरिया मूल स्थान छोड़ता हुआ 25 से 30 फुट गहरा हो गया है।
संवाद सहयोगी, घरोटा : खाल दरिया पर घाट न होने के कारण लोग श्मशनघाट जाने के बाद गहरे पानी में नहाने को बाध्य है। माइनिग के चलते दरिया मूल स्थान छोड़ता हुआ 25 से 30 फुट गहरा हो गया है। इससे धार्मिक कार्यो के दौरान अपनी रस्में पूरी करने वाले लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। वरियाम तलोत्रा, मास्टर राज सिंह, कुलदीप काटल, विजय कुमार, रमन शर्मा, कालू महाजन, दयाल सिंह, संतोख राज, मोनू महाजन, बाबू सांई दास, दर्शन लाल ने बताया कि गुलपुर-चक्की खाल दरिया घरोटा कलां व घरोटा खुर्द को दो भागों में बांटता है। करीब 10 हजार की जनसंख्या वाले कस्बा लोग धार्मिक रस्में के लिए दरिया पर निर्भर हैं। श्मशानघाट के आसपास ट्यूबवेल न होने से लोग मजबूरन दरिया की और रुख करते हैं। किसी समय यह दरिया लोगों के लिए वरदान होता है, लेकिन माइनिग के कारण दरिया अपना मूल रूप छोड़ गया है। पुरुष तो किसी प्रकार दरिया में उतरने में कामयाब हो जाते हैं, परंतु महिलाओं को ऐसे हालात में दरिया में उतरना खतरों से खाली नहीं है। ब्लॉक विकास संघर्ष कमेटी व विकास मंच के अतिरिक्त अनेकों संगठन इस भूमि कटाव व घाट निर्माण को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से पक्के घाट का निर्माण व भूमि कटाव के समाधान की गुहार लगाई।