पठानकोट दूसरा जिला जहां बड़े स्तर पर होती है गन्ने की खेती
जिला कृषि अफसर डा. हरतरन पाल सिंह ने कृषि विभाग की योजनाओं के अतिरिक्त किसानों के सहयोग के कारण पठानकोट उत्तर भारत का पहला प्रदूषण मुक्त जिला बन गया है। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर के बाद जिला पठानकोट दूसरा जिला है जहां गन्ने की खेती बड़े स्तर पर की जाती है।
संवाद सहयोगी, घरोटा: कृषि विभाग की ओर से फसलों व गन्ने के अवशेष के संभाल हेतु ब्लाक घरोटा के गांव बगियाल में सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में गन्ने की फसल की पैदावार, फसली विभिन्नता, गन्ने की फसल को लेकर जागरूक किया गया। कैंप की अध्यक्षता डा. हरतरन पाल सिंह मुख्य खेतीबाड़ी अफसर पठानकोट ने की।
ब्लाक खेतीबाड़ी अफसर डाक्टर अमरीक सिंह ,इंजीनियर मनदीप सिंह, डा. अरविद पाल सिंह, कुलवंत सिंह, कपिल कुमार, गुरदीप सिंह, विशाल शर्मा, लव कुमार, किसान रणजीत सिंह समेत अन्य भी उपस्थित थे। जिला कृषि अफसर डा. हरतरन पाल सिंह ने कृषि विभाग की योजनाओं के अतिरिक्त किसानों के सहयोग के कारण पठानकोट उत्तर भारत का पहला प्रदूषण मुक्त जिला बन गया है। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर के बाद जिला पठानकोट दूसरा जिला है जहां गन्ने की खेती बड़े स्तर पर की जाती है। ब्लाक कृषि अधिकारी डा. अमरीक सिंह ने किसानों को अधिक पैदावार के लिए टिप्स दिए, वही पेश आ रही चुनौतियों के हल के लिए समय समय पर विभाग से परामर्श करके खेती करने का आह्वान किया। इस मौके पर सरपंच तरसेम लाल, पूर्व सरपंच सतनाम सिंह जगबीर सिंह, प्रितपाल सिंह, पुरुषोत्तम गिल, जागीर सिंह, बिल्लू, तरविदर, लखविदर सिंह इत्यादि हाजिर थे।