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जिला कांग्रेस मेंअंदरूनी खींचतान के बावजूद प्रत्याशी बदले जाने की संभावना कम!

बाजवा गुट के माने जाने वाले एक कांग्रेस नेता ने स्पष्ट किया कि हालांकि वो भी एक हलके से टिकट के प्रबल दावेदारों में से हैं पर कहा कि अब तक जो संकेत मिले रहे हैं उनसे टिकटों के आवंटन में कोई बदलाव देखे जाने की उम्मीद कम ही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 06:29 AM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 06:29 AM (IST)
जिला कांग्रेस मेंअंदरूनी खींचतान के बावजूद प्रत्याशी बदले जाने की संभावना कम!
जिला कांग्रेस मेंअंदरूनी खींचतान के बावजूद प्रत्याशी बदले जाने की संभावना कम!

जागरण संवाददाता, पठानकोट: अंदरूनी खींचतान के बावजूद कांग्रेस द्वारा जिले की पठानकोट और भोआ विधानसभाओं में पार्टी के प्रत्याशी बदले जाने की संभावना बेहद कम है। हालांकि, दो पूर्व प्रधानों सुनील जाखड़ और प्रताप सिंह बाजवा को आलाकमान की ओर से आगामी विधानसभा चुनावों में अहम जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद से कांग्रेस में गुटबाजी और टिकट के लिए लाबिग शुरू हो गई है, लेकिन जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की ओर से कोई जोखिम न लेते हुए दोनों सीटों पर मौजूदा विधायकों को ही टिकट दिया जाना लगभग तय है। जबकि सुजानपुर विधानसभा से प्रत्याशी बदले जाने की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। बाजवा गुट के माने जाने वाले एक कांग्रेस नेता ने स्पष्ट किया कि हालांकि, वो भी एक हलके से टिकट के प्रबल दावेदारों में से हैं, पर कहा कि अब तक जो संकेत मिले रहे हैं, उनसे टिकटों के आवंटन में कोई बदलाव देखे जाने की उम्मीद कम ही है।

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वहीं, कांग्रेस के एक नेता इन दिनों चंडीगढ़ और दिल्ली के खूब चक्कर काट रहे हैं और अपने पक्ष में लाबिग कर रहे हैं। पर जाखड़ के करीबी माने जाने वाले इस नेता को भी फिलहाल कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल सका है।

बता दें कि जहां एक ओर कांग्रेस हाईकमान ने सुनील जाखड़ को चुनाव प्रचार समिति का चेयरमैन बनाकर और प्रताप सिंह बाजवा को घोषणा पत्र समिति का चेयरमैन नियुक्त कर कांग्रेस में अंदरुनी कलह पर नियंत्रण पाने की कोशिश की है, वहीं, कांग्रेस के सूत्रों की मानें के दोनों वरिष्ठ नेता गुटबाजी को अंदरखाते भी हवा ने देकर फिलहाल अपने चहेतों को टिकट दिलाने का कोई भरोसा देने से बच रहे हैं।

जिले के एक हलके से कांग्रेस के विधायक से पार्टी की अंदरुनी कलह पर बात करने के दौरान उनका कहना था कि जब बात राजनीति की हो तो यह संभव ही नहीं कि गुटबाजी न हो। कहा कि किसी न किसी स्तर पर हर पार्टी में ऐसा होना बहुत स्वभाविक है, लेकिन अंतत: पार्टी चुनाव में उसी को उम्मीदवार बनाएगी जिसकी जीतने की अधिक संभावना होगी।

गुटबाजी करने वालों की नहीं हो रही सुनवाई

नवंबर में पठानकोट में कांग्रेस के एक नेता द्वारा प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी के प्रदेश आलाकमान से पठानकोट हलके के विधायक अमित विज को आगामी चुनाव में टिकट न देने की अपील की गई थी। इस पर जिले में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता से बात करने पर उनका कहना था कि उनकी समझ से उस अपील की कहीं सुनवाई होने वाली नहीं। कहा कि पार्टी के आला नेता फिलहाल गुटबाजी करने वालों की सुनवाई ही नहीं कर रहे।


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