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किसानों की मांग, सरकार जल्द उपलब्ध करवाए यूरिया

किसान यूरिया न मिलने से चितित हैं। सरकार से इस दिशा में शीघ्र कदम उठाने का आग्रह किया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 03:23 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 10:41 PM (IST)
किसानों की मांग, सरकार जल्द उपलब्ध करवाए यूरिया
किसानों की मांग, सरकार जल्द उपलब्ध करवाए यूरिया

संवाद सहयोगी, पठानकोट : किसान यूरिया न मिलने से चितित हैं। सरकार से इस दिशा में शीघ्र कदम उठाने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि समय पर बिजाई न होने से उनकी फसल को नुकसान होगा। जिले में 11710 एमटी (मीट्रिक टन) यूरिया की जरूरत है, पर उपलब्धता शून्य है।

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गेहूं का रकबा : 42280 एकड़

कुल किसान : 1665

यूरिया की जरूरत : 11710 एमटी

विभाग के पास उपलब्ध- 0

डीएपी की जरूरत : 6780 एमटी

यूरिया व डीएपी के डिस्ट्रीब्यूटर-11

ये हैं सप्लायर- नेशनल फर्टिलाइजर बंठिडा, नंगल, ग्रिपको, इफ्को इत्यादि।

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खाली बैठे हैं किसान : अमरजीत

किसान अमरजीत सिंह ने इन दिनों बिजाई में किसान व्यस्त रहते हैं, लेकिन इस बार खाली बैठने को मजबूर हैं। खेतों को तैयार करने के बावजूद यूरिया न होने से बिजाई रोकी हुई है।

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फसल की उत्पादन पर पड़ेगा असर : शमशेर

किसान शमशेर सिंह का कहना है कि इससे पहले कभी भी यूरिया की किल्लत नहीं आई। वह हर जगह प्रयास कर चुके हैं पर यूरिया नहीं मिल रहा। यदि ऐसे हालात रहे तो उत्पादन पर असर पड़ेगा।

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बारिश के बाद रुका है काम : दविद्र

किसान दविद्र सिंह कहते हैं कि पहले मौसम ने इस बार किसानों को परेशान किया। अब अच्छी बारिश हुई है तो गेहूं की बिजाई के लिए किसान तैयार हैं, लेकिन खाद बिना काम संभव नहीं है।

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सरकारें निकालें उचित समाधान : बलजिद्र

किसान बलजिद्र सिंह का कहना है कि सरकार व कृषि विभाग को पहले ही खाद की व्यवस्था करनी चाहिए। अगर पहले ही खाद का स्टाक रख लिया होता तो किसानों को यह दिक्कत नहीं आती। किसानों को फसल की चिता सताने लगी है।

.................................. आंदोलन का हल निकाले सरकारें : विक्कू

किसान विक्रम विक्कू कहते हैं कि कृषि सुधार कानूनों को लेकर कोई भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही हैं। सरकारें इसे लंबा खिच रही है व समाधान की पहल नहीं हो रही। अगर ऐसे ही हालात रहे तो खेती के साथ अन्य उद्योग भी नुकसान झेलेंगे।


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