सुविधा सेंटर खोलने की मांग को लेकर डीसी से मिला शिष्टमंडल
गांव थरियाल में सुविधा सेंटर खोलने को लेकर पूर्व सैनिकों का शिष्टमंडल जिलाधीश संयम अग्रवाल से मिला।
संस, माधोपुर : गांव थरियाल में सुविधा सेंटर खोलने को लेकर पूर्व सैनिकों का शिष्टमंडल जिलाधीश संयम अग्रवाल से मिला। इस दौरान पूर्व कैप्टन गुलशन शर्मा, पुरूषोत्तम पठानिया, बलदेव सिंह, गोपाल दास, देवराज, विशनदास, रत्न चंद ने जिलाधीश से मांग करते हुए कहा कि गांव का सुविधा केंद्र पिछले तीन साल से बंद पडा है। इसके चलते लोगों को अपने कार्य करवाने में समस्या आती है। इस सुविधा सेंटर के अधीन करीब 30 गांव, बीएसएफ, आर्मी, सीपीडब्ल्यूडी व सिचाई विभाग आते हैं। बच्चों व आम लोगों को अपना काम करवाने के लिए मलिकपुर या पठानकोट दस किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। इससे यहां उन्हें आर्थिक तौर पर भी नुकसान होता है। इतना ही नहीं एक सर्टिफिकेट बनाने के लिए भी कई-कई चक्कर काटने पड़ते हैं। सरकार ने क्षेत्रवासियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए थरियाल में सुविधा बनाया था, ताकि लोगों के काम यहीं पर आसानी से हो जाए। लेकिन यह अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। सुविधा केंद्र शुरू होता है तो इससे यहां सरकार की आय में बढ़ोतरी होगी, वहीं लोगों को पेश आ रही समस्याओं का भी समाधान हो जाएगा। इसलिए इस सेंटर का तुरंत खोला जाए। समस्या सुनने के बाद जिलाधीश संयम अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि आपकी मांग को सरकार तक पहुंचाया जाएगा।
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बमियाल क्षेत्र में सरकारी बसें बढ़ाई जाने की उठी मांग
संवाद सहयोगी, बमियाल : राज्य सरकार की ओर से महिलाओं और लड़कियों के लिए सरकारी बसों में मुफ्त सफर करने की सुविधा देकर उन्हें बड़ी सुविधा प्रदान की है। सरकारी बस में मुफ्त सफर करने सुविधा मिलने पर अब ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी बसों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग भी उसने शुरू हो गई है। सीमावर्ती क्षेत्र में मौजूदा समय में पंजाब रोडवेज की मात्र दो बसें ही चल रही है। इनमें से एक सुबह 4:30 बजे जनियाल से चंडीगढ़ वाया नरोट जैमल सिंह और दूसरी सुबह 7:00 बजे बमियाल से पठानकोट वाया नरोट जैमल सिंह के रूट पर चल रही है।
इस संबंधी रजनी देवी,प्रिया, सृष्टा देवी, रंजना कुमारी, ज्योति ने बताया कि बसों की संख्या कम होने से सीमावर्ती क्षेत्र की महिलाओं को उक्त पंजाब रोडवेज की बस के निर्धारित समय के बाद प्राइवेट बसों में ही सफर करना पड़ता है। जिससे वह इस सुविधा से वंचित हैं। सरकार को क्षेत्र में सरकारी बसों की संख्या बढ़ाकर महिलाओं को अधिक सुविधा प्रदान करनी चाहिए।