डीसी ने चितपूर्णी मेडिकल कालेज का किया औचक निरीक्षण
चितपूर्णी मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को डीसी संयम अग्रवाल ने औचक निरीक्षण किया।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : चितपूर्णी मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को डीसी संयम अग्रवाल ने औचक निरीक्षण किया। डीसी ने सफाई प्रबंधों को जांचा। वहीं, मरीजों व स्टाफ की मुश्किलों को ध्यान से सुना और सेहत विभाग को तुरंत हल करवाने के लिए कहा। सिविल सर्जन डॉ. भूपिद्र सिंह व सीएचसी बधानी के एसएमओ डॉ. सुनीता शर्मा ने मरीजों की सुरक्षा प्रबंधों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते दिन में तीन-तीन बार अस्पताल में सेनिटाइजर व साफ सफाई करवाई जा रही है। कोरोना मरीजों को अस्पताल में उनके परिवार की भांति रखा जाता है और उन्हें यहां पर किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आने दी जाती।
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अस्पताल में रसोई घर व पानी के फिल्टर आरओ लगाए
कोरोना मरीजों ने डीसी संयम को मुश्किलें बताते हुए कहा कि सभी मरीजों के लिए तीन समय का जो खाना आ रहा है, वह अस्पताल के बाहर से आ रहा है और अस्पताल में पीने योग्य पानी भी दूसरे स्थानों से आ रहा है। दूसरी ओर डेलीबेज पर काम कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि उनकी पिछले दो माह की तनख्वाह नहीं आई है, ऐसे में कर्मचारी अपने फर्ज से पीछे नहीं हट रहे। डीसी संयम ने मरीजों व स्टाफ की मुश्किलों को ध्यान से सुनने के बाद सेहत विभाग को कहा कि अस्पताल में एक रसोई घर का प्रबंध, पीने वाले पानी की फिल्टर आरओ लगाया जाए। ताकि मरीजों को अस्पताल में ही साफ सुथरा खाना व पानी मुहैया हो सके। कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि जल्द उनकी दो माह की तनख्वाह उन्हे सौंप दी जाएगी।
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डाक्टर व स्टाफ घर जाने से पहले कुछ दिन रहे क्वारंटाइन सेंटर
डीसी संयम ने कहा कि डाक्टर व स्टाफ जब भी अपनी डयूटी खत्म करे तो वे पहले अस्पताल के पीछे बने सीसीसी क्वारंटाइन सेंटर में कुछ दिन रहे। इससे एक तो खुद की सुरक्षा रहेगी, दूसरा परिवार पर भी खतरा नहीं रहेगा। क्योंकि सभी डाक्टर व स्टाफ इस समय काफी मुश्किल के दौर में काम कर रहे है और इस संकट की घड़ी में सबकी जान अनमोल है। इसलिए जितनी डाक्टर व स्टाफ कोरोना मरीजों की सुरक्षा करते है। उतनी ही उनकी सुरक्षा भी जरूरी है।