रेगुलर न करने पर निगम कर्मियों ने फूंका सरकार का पुतला
सीएम मुख्यमंत्री चन्नी से उम्मीद थी कि आउटसोर्स किए गए चौकीदारों और सीवरमैन को स्थायी करने के आदेश जारी करेंगे लेकिन उन्होंने ऐसा न करके धोखा दिया है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट: अखिल भारतीय स्वच्छता कर्मचारी संघ, नगर निगम पठानकोट ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष रैली निकाली। अध्यक्षता रमेश कट्टो, अध्यक्ष दीपक भट्टी और महासचिव रमेश दरोगा ने की। पंजाब सरकार द्वारा पंजाब के निगमों में आउटसोर्स श्रमिकों के साथ स्वीपर, सीवरमेन, जलापूर्ति और अन्य आवश्यक श्रेणियों में शोषण का यूनियनों के नेताओं ने कड़ा विरोध किया। वक्ताओं ने कहा कि हमारे चौकीदार और सीवरमैन ने कोरोना काल के दौरान भी अपनी जान और माल की परवाह किए बिना शहर के लिए अपनी सेवाएं दी हैं। सीएम मुख्यमंत्री चन्नी से उम्मीद थी कि आउटसोर्स किए गए चौकीदारों और सीवरमैन को स्थायी करने के आदेश जारी करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा न करके धोखा दिया है। डाक्टर राज कुमार वेरका ने भी एक बयान जारी कर कहा कि आउटसोर्स चौकीदार और अन्य आवश्यक श्रेणियों के कर्मचारी जो कई वर्षों से काम कर रहे हैं, उन्हें जल्द से जल्द पक्का किया जाएगा और सरकार द्वारा प्रति माह 18000 रुपये का न्यूनतम वेतन दिया जाएगा। स्वच्छता आयोग के अध्यक्ष गेजा राम वाल्मीकि ने चौकीदारों को पक्का करने के लिए कोई आवाज नहीं उठाई और ये वाल्मीकि समाज के नेता हैं। राज कुमार वेरका और स्वच्छता आयोग के अध्यक्ष गेजा राम के पुतलों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर चौकीदारों को स्थायी करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया तो पंजाब स्तर पर यह संघर्ष और तेज किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेवारी पंजाब सरकार की होगी। इस अवसर पर अश्विनी कुमार, अध्यक्ष धर्मेंद्र ठाकुर, अध्यक्ष रमन शर्मा, अध्यक्ष जल आपूर्ति उपाध्यक्ष स्वर्ण, रमेश, राजेश चंडी, बलदेव, बंटी, राजेश, रोहन, सोरव, दिनेश भट्टी और संयुक्त सचिव सुदेश गिल, सीवरमैन अध्यक्ष सुनीत पोंगा, सुनील गुट्टार, विनोद, तरसेम आदी उपस्थित थे।
वहीं आप हलका इंचार्ज विभूति शर्मा ने कहा कि सरकार ने अस्थायी कर्मियों को रेगुलर करने की बात कही है, लेकिन दुख की बात है कि उसमें अब नए-नए नियम बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार उन्हें पक्का नहीं करती है तो अगले साल प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद उन्हें पहल के आधार पर पक्का किया जाएगा।