डेंगू-मलेरिया से निपटने को निगम व सेहत विभाग तैयार निगम फागिग तो सेहत विभाग करवा रहा स्प्रे
निगम ने जहां सभी वार्डों में फागिग के पहले चरण कोपूरा कर लिया है वहीं सेहत विभाग और नगर निगम के कर्मचारी ड्राई-डे पर लोगों को घर-घर जाकर जागरूक कर रहे हैं ताकि डेंगू का प्रकोप न बढ़ सके।
जागरण संवाददाता, पठानकोट: बीते वर्ष जिले में डेंगू के 1729 केस सामने आने के बाद इस बार जिला सेहत विभाग और नगर निगम प्रशासन ने सबक लेते हुए डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिले में अब तक डेंगू के दो केस आए हैं, जबकि फिलहाल जिले में किसी के भी मलेरिया से पीड़ित होने की सूचना नहीं है।
निगम ने जहां सभी वार्डों में फागिग के पहले चरण कोपूरा कर लिया है, वहीं सेहत विभाग और नगर निगम के कर्मचारी ड्राई-डे पर लोगों को घर-घर जाकर जागरूक कर रहे हैं ताकि डेंगू का प्रकोप न बढ़ सके। सिविल सर्जन डाक्टर रुबिदर कौर का कहना है कि सेहत विभाग की ओर से लोगों को जागरूक करने के साथ ही डेंगू व मलेरिया से बचाव के उपाय भी बताए जा रहे हैं ताकि जिले में पिछले साल जैसे हालात न बन सकें।
जिला एपिडेमोलाजिस्ट डाक्टर साक्षी ने बताया कि 21 हाई रिस्क एरिया हैं। पिछले साल के हाई रिस्क एरिया में लारवा को नष्ट करने के लिए दवा का छिड़काव करवाया जा रहा है। सेहत विभाग की ओर से चेकिग अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके तहत लोगों के घरों में पानी के कंटेनर, कूलरों, पक्षियों को पानी पिलाने वाले प्यालों, गमलों व अन्य पानी जमा करने वाले कंटेनरों में मच्छर के लारवा की चेकिग की जा रही है। लारवा पाए जाने पर उसे नष्ट किया जा रहा है। निगम को जानकारी भेज उस एरिया में फागिग भी करवाई जाती है। डेंगू व मलेरिया के मच्छर के लारवा को नष्ट करने के लिए छप्पड़ो में गंबूजिया मछलियां डाली जा रही हैं। यह मछलियां मच्छर के लारवा को खा जाती हैं। चार मशीनों व एक आटो से करवाई जा रही फागिंग: एमओ
निगम के मेडिकल आफिसर (एमओ) डाक्टर एनके सिंह का कहना है कि पहले चरण में शहर के सभी 50 वार्डों में फागिग का काम पूरा करवा लिया गया है। दूसरे चरण में भी 30 से अधिक वार्डों में सप्रे करवाई जा चुकी है। शहर में चार मशीनों व एक आटो के जरिए फागिग करवाई जा रही है। दो मशीनों को बैकअप के लिए रखा है। फिलहाल, पांच कर्मी रोजाना एक-एक वार्ड कवर कर रहे हैं। अगर प्रकोप बढ़ता है तो सुबह-शाम फागिग करवाई जाएगी।