कोरोना काल में हुआ घाटा, पठानकोट बस स्टैंड के ठेकेदार ने अधर में छोड़ा ठेका
बस स्टैंड का ठेका लेने वाला ठेकेदार अधर में अपना ठेका छोड़ कर चला गया है। इसके बाद अब सारा काम रोडवेज प्रबंधन देख रहा है। हालांकि अड्डा व पार्किंग फीस के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
पठानकोट, जेएनएन। बस स्टैंड का ठेका लेने वाला ठेकेदार अधर में अपना ठेका छोड़ कर चला गया है। इसके बाद अब सारा काम रोडवेज प्रबंधन देख रहा है। हालांकि, अड्डा व पार्किंग फीस के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बस स्टैंड पर आने वाली प्रत्येक बस से पहले की ही भांति अब भी 70 रुपए के अड्डा फीस ली जा रही है। ठेका छोड़ने की वजह कोरोना काल के दौरान बसों का परिचालन बंद होने के वजह से आर्थिक तौर पर नुक्सान होना बताया जा रहा है।
पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो के जनरल मैनेजर दर्शन सिंह गिल ने बताया कि ठेकेदार ने अपना ठेका बीच में ही समाप्त कर दिया है। जिसके बाद उक्त सारा काम रोडवेज अपने स्तर पर देखेगा। जिसके लिए स्पेयर स्टाफ की रोटेशन वाइज ड्यूटी लगाई जाएगी जो अड्डा व पार्किंग फीस का काम देखेंगे। उन्होंने बताया कि पहले की भांति बस अड्डा फीस 70 रुपए रहेगी। इसी प्रकार टूव्हीलर की फीस चार घंटा के लिए 10 रुपए रहेगी। कार-जीप की फीस चार घंटा के लिए 15 रुपए व इसके बाद यह डबल हो जाएगी। आटो की चार घंटा के लिए 20 रुपए व रिक्शा की 15 रुपए रहेगी। इसके बाद अगले चौबीस घंटे तक यह डबल रहेगी।
उन्होंने कहा कि अगर इससे अधिक कोई कर्मचारी किसी से वसूली करता है तो वह बिना किसी संकोच के उनके साथ संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने जितनी देर तक काम किया है उसके हिसाब से बनता किराया व प्रापर्टी टैक्स आदि सभी प्रकार के टैक्स उसकी बैंक गारंटी से वसूल किए जाएंगे।