झील में जलस्तर कम होने से घट सकता है बिजली उत्पादन
बरसात होने के बावजूद रणजीत सागर बांध झील के जल स्तर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
संवाद सहयोगी, जुगियाल : बरसात होने के बावजूद रणजीत सागर बांध झील के जल स्तर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। सिचाई के लिए पानी की मांग को देखते हुए तथा पीसी पटियाला के आदेशों अनुसार बिजली की मांग को देखते उत्पादन को घटाया और बढ़ाया जा रहा है।
13 दिसंबर को जल स्तर 518.78 मीटर रिकार्ड किया गया। जबकि 13 नवंबर को जल स्तर 520.79 मीटर था। इसी प्रकार 13 दिसंबर की रात को लगातार बारिष होने पर 11 मिलीलीटर की बढ़त देखने को मिली। पिछले पांच दिन के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो 9 दिसंबर 2019 को जल स्तर 519.29 मीटर था और बांध परियोजना की झील मे 1830 क्यूसिक बहाव से पानी आ रहा था और परियोजना द्वारा 3298560 यूनिट बिजली उत्पादन कर माधोपूर को 4816 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। 10 दिसंबर को जल स्तर 519.15 मीटर पर आ गया और बांध परियोजना की झील मे 2271 क्यूसिक बहाव से पानी आ रहा था और परियोजना ने 4160360 यूनिट बिजली उत्पादन कर माधोपूर को 6083 क्यूसिक पानी छोड़ा। 11 दिसंबर को जल स्तर 519.05 मीटर पर आ गया। बांध परियोजना की झील मे 2418 क्यूसिक बहाव से पानी आ रहा था और 3512440 यूनिट बिजली उत्पादन कर माधोपूर को 4958 क्यूसिक पानी पावर हाउस को छोड़ा गया। वहीं,
परियोजना के एसई हैड क्वाटर रणजीत सागर बांध नरेश महाजन बताया कि रणजीत सागर झील का जलस्तर अभी बढऩा बाकी है। जैसे जैसे पहाड़ों से बर्फ पिघल कर तथा अन्य स्तोत्रों से पानी की आमद होती है वैसे वैसे झील के जलस्तर में बढ़ोतरी होगी। अगर पर्यापत मात्रा में झील में पानी नहीं आता तो आने वाले समय में बिजली उत्पादन पर इस का असर पड़ सकता है।