चुनाव से पहले दहशत फैलाने की सीमा पार हो रही साजिश, इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां हुई सतर्क
ाम न लिखने की शर्त पर बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट को गंभीरता से ले रहे हैं। उनका कहना था कि अकसर आतंकी जम्मू कश्मीर कश्मीर सीमा से सटे इलाकों में घुसपैठ करते हैं।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले खालिस्तान जिदाबाद फोर्स और आइएसआइ मिलकर किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसको लेकर आने वाले कुछ दिनों में पड़ने वाली धुंध की आड़ में आतंकी सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं। खुफिया एजेंसियों द्वारा सुरक्षा एजेंसियों को इस संबंध में इनपुट दिए गए हैं। इसके बाद से सीमा पर तथा सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षा प्रबंधों को चाक-चौबंद किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। हालांकि, इस संबंध में बीएसएफ अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इनकार किया और फिलहाल बार्डर पर सब सामान्य होने की बात कही, लेकिन साथ ही उनका कहना था कि सीमा पार से इस तरह की कोशिशें किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि शाम ढलने के बाद पैट्रोलिग बढ़ाने के साथ ही हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो पंजाब के बमियाल बार्डर के साथ ही जम्मू-कश्मीर के हीरानगर सेक्टर तक के सीमा क्षेत्र में भी घुसपैठ की आशंका जताई गई है।
बतो दें कि आइबी (अंतरराष्ट्रीय सीमा) से सटे इलाकों में रावी दरिया व अन्य नदी-नालों में कुछ जगह फेंसिग न होने अथवा क्षतिग्रस्त होने का लाभ उठाकर पहले भी आतंकी सीमा पार से घुसपैठ कर चुके हैं।
बता दें कि घनी धुंध पड़ने पर नाइट विजन से भी सीमा पार की गतिविधियों पर बारीकी से नजर नहीं रखी जा सकती। इसका भी आतंकी लाभ उठाकर कई बार सुरक्षा बलों को चकमा देने व घुसपैठ करने में सफल रहते हैं।
नाम न लिखने की शर्त पर बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट को गंभीरता से ले रहे हैं। उनका कहना था कि अकसर आतंकी जम्मू कश्मीर कश्मीर सीमा से सटे इलाकों में घुसपैठ करते हैं, पर इस बार पंजाब में चुनाव होने के मद्देनजर इस बात की आशंका जताई जा गई है कि खालिस्तान जिदाबाद फोर्स और आइएसआइ पंजाब में किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की साजिश कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में लश्कर और जैश के आतंकी प्रशिक्षण कैंपों में खालिस्तानी जिदाबाद फोर्स के आतंकियों को प्रशिक्षित किए जाने की बात कई बार सामने आ चुकी है।